FDI तकनीक से हिमाचल की पहली सडक़ घुमारवीं में बन रही

Update: 2024-07-29 11:53 GMT
Ghumarwin. घुमारवीं। घुमारवीं उपमंडल के अंतर्गत गाहर से केट नसवाल सडक़ को एफडीआर तकनीक से बनाया जाएगा। एफडीआई तकनीक से बनाई जाने वाली हिमाचल प्रदेश की पहली सडक़ होगी। एफडीआर तकनीक से पहली मर्तबा बनने जा रही करीब सात किलोमीटर गाहर-केट संपर्क सडक़ पर लगभग पांच करोड़ 50 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। यह बात तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कही। उन्होंने कहा कि डंगार से जाहू वाया लोहट, भराड़ी, बाड़ा दा घाट सडक़ एमडीआर सडक़ के लिए चयनित किया है। इस मेजर डिस्टिक रोड़ योजना के इस क्षेत्र के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि समाज में सभी को समान अवसर और
संसाधन उपलब्ध हो सके।

यह शब्द प्रदेश सरकार में नगर, ग्राम नियोजन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने घुमारवीं के लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में जन समस्याओं को सुनते हुए कहे। इस अवसर पर उन्होंने अधिकतर समस्याओं का निपटारा मौके पर किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने ऐसे वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, ताकि वह सम्मानजनक जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत 50 हजार रुपये से कम आय वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के परिवारों को घर के निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये प्रदान किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 50 हजार से कम आय वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों को औजारों और उपकरणों की खरीद के लिए 1300 रुपए, प्रशिक्षितों को सिलाई मशीन के लिए 1800 रुपये प्रदान कर रही है। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के कौशल को निखारने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के युवाओं को उद्योगोन्मुखी आधुनिक पाठ्यक्रमों का ज्ञान दिया जा रहा है।
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