Hospice. धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के होटलों पर संकट के बादल छंटने के बाद बड़े बदलाव की कवायद शुरू हो गई है। होटलों में व्यवस्थाओं को बढ़ाने के साथ साथ सैलानियों को दी जाने वाली सुविधाओं में भी इजाफा किया जा रहा है। एचपीटीडीसी के होटलों में प्लास्टि के प्रयोग को समाप्त करने की दिशा में प्रयास करते हुए पीने के पानी को अब शीशे के बोतलों में दिया जा रहा है। इसके अलावा फिल्टर पानी भी सभी रेस्तरां में रखा गया है। खान-पान में भी कई नए व्यंजन जोड़े जा रहे हैं। पर्यटन निगम के होटलों को बंद करने के कयासों और सियासी गरमाहट के बाद आखिर धर्मशाला कांप्लेक्स के करीब आधा दर्जन होटलों में बदलाव शुरू हो गए हैं। होटल धौलाधार, कुनाल व कश्मीर हाउस से लेकर भागसू व अन्य इकाइयों में छोटे-छोटे बदलाव कर यहां आने वाले सैलानियों को सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। सभी कर्मचारियों को वर्दी पहनना अनिवार्य बनाने के साथ साथ नेमत प्लेट लगाने और साफ सफाई से लेकर होटलों की साज सजा को बढ़ाया जा रहा है।
ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले समय में दर्जनों कनाल भूमि पर बने एचपीटीडीसी के आलीशान होटलों के दिन बहुरेंगे और यहां आने वाले लोगों को भी बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी। उधर, हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम कर्मचारी संघ के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष शशि शर्मा का कहना है कि होटलों में सुविधाएं बढ़ाना स्वागत योग्य निर्णय है। निगम के कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काम चल रहा है। उधर, हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस वाली का कहना है कि पिछले दिनों एचपीटीडीसी को बदनाम करने का प्रयास हुआ है। लेकिन इससे परे निगम के होटलों में सैलानियों को अधिक सुविधाएं देने और होटलों में नयापन लाने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। आने वाले समय में और अधिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। पर्यटन निगम के होटलों में हिमाचली चरखा, हुका सहित अन्य पुरानी चीजों को भी शो केस किया जा रहा है। इससे पर्यटकों के आकर्षण के लिए कुछ नयापन लाया जा सके। धुम्रपान करने वालों के लिए अलग से स्मोकिंग जोन बनाए गए हैं।