Himachal: कुल्लू में मिला महिला का शव, 32 अभी भी लापता

Update: 2024-08-09 09:44 GMT
Shimla. शिमला। बादल फटने की घटना के आठवें दिन गुरुवार को तीनों जिलों में चले सर्च आपरेशन के बाद एक ही शव बरामद हो पाया है। यह शव कुल्लू जिला में बरामद हुआ है। शव की पहचान रेवता देवी उम्र 48 साल निवासी निरमंड के रूप में हुई है। कुल्लू में अब 10 लोग लापता बचे हैं। जबकि दो अन्य जिलों शिमला और मंडी में चलाए गए सर्च आपरेशन में गुरुवार को कोई भी शव बरामद नहीं हुआ है। यहां लगातार बारिश जारी रहने की वजह से दिन में रेस्क्यू आपरेशन में बाधा जरूर पड़ी थी, लेकिन रेस्क्यू टीम ने सर्च अभियान को जारी रखने का फैसला किया है। तीनों जिलों में अभी भी 32 लोग लापता हैं। गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को बादल फटने की घटना के बाद आई बाढ़ में तीनों जिलों में अलग-अलग जगहों से 50 से ज्यादा लोग बाढ़ में लापता हो गए थे। इनकी तलाश के लिए तीनों जिलों में सर्च
आपरेशन शुरू किया गया है।
अभी तक शवों की तलाश पूरी नहीं हो पाई है। शिमला में शव तो बरामद हुए हैं, लेकिन यह पहचान लायक नहीं हैं और इन्हें आईजीएमसी में रखा गया है, जबकि परिजनों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं। इन सैंपल का मिलान अभी तक नहीं हो पाया है। सैंपल का मिलान न होने की वजह से परिजन शव घर ले जाने का इंतजार कर रहे हैं। डीएनए के बावजूद मिलान में देरी से परिजनों में अब नाराजगी भी झलक रही है। बीते आठ दिन में शिमला की तरफ दस शवों को ढूंढा जा सका है। इनमें से दो महिलाओं का ही अंतिम संस्कार अभी तक हो पाया है। शिमला में 31 शव अभी भी या तो लापता हैं या फिर मिलने के बावजूद इनकी पहचान में देरी हो रही है। कुल्लू में दस और मंडी में एक शव की खोज अभी जारी है। हादसे को ज्यादा दिन गुजरने के साथ ही लापता लोगों के मिलने की संभावनाएं भी अब लगातार
घटती जा रही हैं।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान चार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इस दौरान खड्डों और नालों में बाढ़ आने की संभावना रहेगी। जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। उनमें चंबा, मंडी, शिमला और सिरमौर शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने चारों जिलों में प्रशासन को अलर्ट पर रहने की बात कही है। इन चार जिलों के अलावा अन्य सभी जिलों में बारिश का असर शुक्रवार को भी रहेगा। चार जिलों में भारी नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग के अलर्ट का असर शुक्रवार को लापता लोगों की तलाश पर भी पडऩे की संभावना है। मंडी और शिमला में चल रहे रेस्क्यू आपरेशन
शुक्रवार को प्रभावित रहेगा।
बीते चौबीस घंटे के दौरान अलग-अलग हिस्सों में बारिश की वजह से 97 सडक़ें बाधित हो गई हैं। इनमें 40 सडक़ों का बड़ा आंकड़ा मंडी जिला का है। जबकि कुल्लू में 26, शिमला में 15, कांगड़ा में छह, सिरमौर में चार, लाहुल-स्पीति में दो, हमीरपुर और किन्नौर में एक-एक सडक़ बाधित है। जबकि 45 ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 28 मंडी में बंद हैं। चंबा में 11 और कुल्लू में छह ट्रांसफार्मर ठप हैं। जबकि 25 पेयजल योजनाएं बाधित हैं। इनमें से शिमला में सबसे ज्यादा 18 और लाहुल-स्पीति में सात पेयजल योजनाएं बाधित हैं। प्रदेश भर में अभी तक 802 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें पीडब्ल्यूडी को 324 करोड़, जलशक्ति विभाग को 316 करोड़ और बिजली बोर्ड को 43 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। बादल फटने की घटना के अलावा प्रदेश भर में अलग-अलग हादसों की वजह से 47 लोग अभी भी लापता हैं। जबकि मानसून शुरू होने की तारीख 27 जून के बाद से अब तक हादसों की वजह से 180 लोगों की मौत हो चुकी है।
Tags:    

Similar News

-->