धरोहर गांव गरली को नहीं मिल पाई पहचान

Update: 2024-05-11 10:32 GMT
गरली। जिला कांगड़ा स्थित मिनी माया नगरी के नाम से फैमस धरोहर गांव गरली विगत लंबे अर्शे से हिमाचल व केंद्र सरकार के उदासीन रवैया का शिकार होती जा रही है। यहां फिल्म सिटी की मांग चिरकाल से चली आ रही है लेकिन आजतक किसी भी सरकार द्वारा कोई भी अहम कदम नहीं उठाया गया है। लिहाजा अब लोक सभा के चुनावों को लेकर गरली-परागपुर के लोगो ने अपना रुख साफ करते हुए दो टूक ऐलान कर दिया है कि भाजपा हो या कांग्रेस का प्रत्याशी, लोग उसे ही वोट करेंगे जो गरली-परागपुर को फिल्म सीटी बनाने का दम भरता हो। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गरली-परागपुर से गहरा नाता है।

सीएम के सुसराल भी इसी क्षेत्र में है। ग्रामीणों को इस बार पूरी उम्मीद थी कि सीएम इस चिरकाल से चली आ रही मांग को तुरंत पूरा करेंगे लेकिन आज तक उन्होंने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अगर फिल्मी सितारों की बात करें तो करीब पांच वर्ष पहले यहां नेहा धूपिया, अमीर खान भी अपनी फिल्मों के शॉट फिल्मा चुके हैं। यहां तक कि जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी, देहरा, जसवां-परागपुर तीन हलकों में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए अगर यहां फिल्म सिटी बनती है तो क्षेत्र को पर्यटक के रूप में विकसित करने के लिए और भी बल मिलेगा। इससे यहां के कारोबार में भी बढ़ोतरी की प्रबल संभावनाएं बनेंगी। इसके अलावा यहां के प्राचीन मंदिरों बगलामुखी, ज्वालामुखी, कालेश्वर महादेव, लक्ष्मीनारायण मंदिर चनौर, पंचतीर्थी और चामुखा आदि को हैरिटेज, टूरिज्म, धार्मिक पर्यटन के रुप में विकसित किया जा सकता है।
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