हेलिकॉप्टर क्रैश: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर, अकेले बचे

Update: 2021-12-09 06:31 GMT

Group Captain Varun Singh Health Bulletin: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्‍नुर (Coonoor) में Mi-17 V5 हेलिकॉप्‍टर 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. हादसे में सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) समेत 13 लोगों की जान चली गई.

इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की जान बच सकी है. उनके ठीक होने की प्रार्थना पूरा देश कर रहा है. वरुण ग्रुप कैप्‍टन अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) के बैचमेट हैं. अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था.
ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का वेलिंग्टन के सेना अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है. अगले 48 घंटे उनके लिए बेहद अहम हैं. पुणे और बेंगलुरु से डॉक्टरों की एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है, जो इनका इलाज कर रहे हैं. वायुसेना अध्‍यक्ष भी अस्‍पताल में ही मौजूद हैं. पिता भी अस्‍पताल के लिए रवाना हो चुके हैं. पूरा देश और उनका परिवार उनके लि पूजा-अर्चना और दुआ कर रहा है.
यहां दें जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं. हादसे की सूचना मिलने के बाद कई लोग उनके घर पहुंच रहे हैं. वैसे वरुण सिंह बेस्ट पायलट अवार्ड से सम्‍मानित हो चुके हैं. दरअसल, तेजस विमान उड़ाने के दौरान खराबी आने के बाद उन्‍होंने इमरजेंसी लैंडिंग करवाई थी. जिसके लिए उन्‍हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है.
वरुण सिंह के पिता कृष्ण प्रताप सिंह हैं भोपाल में रहते हैं, वहीं वरुण वेलिंगटन में ही रहते हैं. तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए विमान हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. वरुण सिंह के चाचा अखिलेश प्रताप सिंह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, उन्होंने बातचीत में बताया कि वरुण की हालत अभी नाजुक है. इलाज चल रहा है. 48 घंटे काफी क्रिटिकल हैं.
वरुण के पिता भी रह चुके हैं सेना में
कैप्टन वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ, उनकी उम्र 42 साल है. पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे. वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुम्बई में नेवी में पोस्ट में हैं. उनकी पत्‍नी गीतांजली एक बेटा रिद रमन और बेटी आराध्या जो उनके साथ ही रहते हैं.
वरुण सिंह के पिता पांच भाई हैं. इनमें से दिनेश प्रताप सिंह अधिवक्ता है जो डीजीसी रहे. उमेश प्रताप सिंह रिटायर्ड इंजीनियर है. कृष्ण प्रताप सिंह रिटायर्ड कर्नल है. रमेश प्रताप सिंह रिटायर्ड कर्नल है. अखिलेश प्रताप सिंह कांग्रेस से रुद्रपुर से विधायक रहे है. वहीं वह मौजूदा समय मे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.
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