15 दिनों में पूरी होगी हेलिकॉप्टर हादसे की जांच, शीर्ष सैन्य अधिकारी टीम में शामिल
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कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे की जांच 15 दिनों में पूरी होने की उम्मीद है. इस बात की जानकारी शीर्ष सरकारी सूत्रों ने दी है. बता दें कि वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश में पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत समेत 14 अन्य लोगों की जान चली गई थी.
इस मामले की जांच को लेकर शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच के लिए नियुक्त टीम के अगले 15 दिनों में जांच पूरी कर लेने की उम्मीद है.
शीर्ष सरकारी सूत्रों ने हमारे सहयोगी चैनल इंडिया टुडे को बताया, "जांच दल जमीन पर गवाहों के बयान दर्ज करने और जांच से संबंधित अन्य आंकड़ों की पुष्टि कर रही है. हम अगले 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर लेने की उम्मीद कर रहे हैं."
8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जांच का आदेश दिया था. उन्होंने कहा कि भारत के शीर्ष हेलिकॉप्टर पायलट, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह, सेना की दक्षिणी कमान के एक ब्रिगेडियर और नौसेना के विमानन शाखा के एक कमोडोर संयुक्त रूप से जांच का नेतृत्व कर रहे हैं.
रक्षा मंत्री को मामले के घटनाक्रम पर नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है, जबकि भारतीय वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी बारीकी से जांच की निगरानी कर रहे हैं.
भारतीय वायुसेना उस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है जिसमें देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी और सबसे लंबे समय तक 4 स्टार जनरल रहे बिपिन रावत की जान चली गई.
हादसे में सीडीएस, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी. हालांकि जिस हेलिकॉप्टर में वो यात्रा कर रहे थे, उसे सबसे सुरक्षित माना जाता है. इसी हादसे में बुरी तरह घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने बुधवार को बेंगलुरु के एक सैन्य अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.