गर्मी दिखाने लगी रंग, 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा पारा

Update: 2024-05-07 10:02 GMT
ऊना। इन दिनों भयंकर गर्मी और धूप का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दोपहर के समय लू चलने का दौर शुरू हो गया है। हर वर्ष जिला ऊना में भयंकर गर्मी के कारण सैकड़ों लोग डिहाइड्रेशन का शिकार होते हैं और दवाइयों पर हजारों रुपये खर्च करते हैं। सोमवार का दिन इस सीजन का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने जिला ऊना का अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया तो न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बढ़ती गर्मी के चलते अभी से ही जिला के लोग सही खान-पान न रखते हुए डिहाइड्रेशन, बुखार, उल्टी, दस्त और जैसी समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं। बढ़ रही गर्मी हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से हानिकारक हो सकता है। इससे हीट स्ट्रोक और कुछ स्थितियों में आपातकालीन स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा रहता है।
चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के दिनों में डिहाइड्रेशन होना बहुत आम है। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने से लू लगने के साथ किडनी, पाचन सहित कई अंगों के लिए भी समस्याएं हो सकती हैं। चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के कारण होने वाली बीमारियों का प्रमुख कारण शरीर में पानी की कमी होना है। दोपहर की धूप में काम करने वाले कामगार व यात्रियों को चक्कर, थकान व सिर दर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में प्रतिदिन की ओपीडी 600 से 800 रहती है, लेकिन इन दिनों बदलते मौसम के कारण बुखार, खांसी, गले में खराश, नजला-जुकाम, पूरे शरीर में दर्द, ठंड लगना, दस्त, उल्टी, सिर दर्द की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढऩे से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में प्रतिदिन की ओपीडी 800 से 900 के आसपास पहुंच चुकी है। वहीं, सीएमओ डॉ. संजीव वर्मा ने कहा कि गर्मियों का मौसम होने के चलते लोग नियमित अंतराल में पानी पीते रहे। गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए लोग ग्लूकोज व ओआरएस के गोल का सेवन करें।
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