स्वास्थ्य मंत्रालय: देश में प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन की मिलीं 1.29 करोड़ डोज, सिर्फ 22 लाख का ही हुआ इस्तेमाल

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश ने एक बड़े स्वास्थ्य संकट का सामना किया है,

Update: 2021-06-12 10:26 GMT

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश ने एक बड़े स्वास्थ्य संकट का सामना किया है, वहीं महामारी से निपटने में सबसे बड़ा हथियार मानी जाने वाली कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की भी भारी किल्लत देखने को मिली है. इस बीच, सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि पिछले महीने प्राइवेट अस्पतालों (Private Hospitals) में कोरोना वैक्सीन की केवल 17 प्रतिशत डोज का इस्तेमाल किया गया था, जिससे उनके पास बड़े पैमाने पर इस्तेमाल न किया जाने वाला स्टॉक रह गया है. ये आंकड़ा ऐसे समय में सामने आया है, जब देश में वैक्सीन की कमी बताई जा रही है.

स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की तरफ से 4 जून को जारी की गई एक प्रेस रिलीज के अनुसार, मई महीने में देशभर में वैक्सीन की कुल 7.4 करोड़ डोज उपलब्ध कराई गई थीं, जिनमें से 1.85 करोड़ डोज प्राइवेट अस्पतालों के लिए तय की गई थीं. देशभर के प्राइवेट अस्पतालों ने उपलब्ध 1.85 करोड़ शॉट्स में से 1.29 करोड़ डोज की खरीद की, लेकिन सरकार के डेटा से पता चलता है कि इनमें से केवल 22 लाख डोज का इस्तेमाल किया गया था. कुछ एक्सपर्ट्स प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन की ज्यादा कीमत और वैक्सीन को लेकर गलतफहमी को इसका कारण बता रहे हैं.
प्राइवेट अस्पतालों के लिए वैक्सीन की कीमत तय
इसके पीछे कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा इसलिए हुआ होगा क्योंकि प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत ज्यादा थी, साथ ही वैक्सीन के प्रति लोगों की गलतफहमी या हिचकिचाहट भी एक वजह हो सकती है. वहीं, सरकारी रिलीज में ये भी कहा गया है, "कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि 'प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन की 25 प्रतिशत डोज आवंटित की गईं, लेकिन वे कुल जाब्स का केवल 7.5 प्रतिशत हिस्सा हैं. ये रिपोर्ट सही नहीं हैं और उपलब्ध आंकड़ों से मेल नहीं खाती है."
इस महीने की शुरुआत में सरकार ने वैक्सीन की डोज के लिए प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से ली जाने वाली अधिकतम कीमत तय कर दी है. कोविशील्ड की कीमत 780 रुपये प्रति खुराक, रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी की कीमत 1,145 रुपये प्रति खुराक और स्वदेश में तैयार कोवैक्सिन की कीमत 1,410 रुपये प्रति खुराक पर तय की गई है. इसमें टैक्स के साथ-साथ अस्पतालों के लिए 150 रुपये का सर्विस चार्ज भी शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश के नाम दिए गए संदेश में स्पष्ट किया है कि सभी देशवासियों के लिए भारत सरकार ही वैक्सीन उपलब्ध कराएगी.
108 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य
अब 75 फीसदी वैक्सीन की खरीद केंद्र सरकार खुद करेगी और राज्यों को मुफ्त में सप्लाई करेगी. इसके साथ ही 25 फीसदी वैक्सीन खरीदने की आजादी प्राइवेट अस्पतालों को दी गई है, ताकि जो लोग मुफ्त में वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं, वे प्राइवेट हॉस्पिटल में टीका लगवा सकते हैं. प्राइवेट हॉस्पिटल भी अब वैक्सीन के लिए सिर्फ 150 रुपये सर्विस चार्ज ले सकेंगे. वहीं, सरकारी संस्थानों में सभी पात्र व्यक्तियों को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी. बता दें कि भारत में अब तक कोरोना वैक्सीन की 24 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी है और इस साल के अंत तक 108 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है.
Tags:    

Similar News

-->