स्वास्थ्य मंत्री ने दी चौकाने वाली जानकारी, कहा- अपर क्लास और अपर मिडिल क्लास में कोरोना का ज्यादा केस
देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में भयंकर उछाल आया है. दिल्ली में भी कोरोना मामले दोबारा से पीक पर पहुंचने की दिशा में हैं. बढ़ रहे कोरोना मामलों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सरकार की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया है.
दिल्ली में कोरोना की स्तिथि
कल दिल्ली में 3594 पॉजिटिव केस आए थे, 87 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए, पॉजिटिविटी रेट 4.11 फीसदी चल रहा है. दिल्ली में और पूरे देश में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है, लोगों से यह अपील है कि वे कोविड अप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करें, मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. अपने हाथों को बार-बार धोएं, इसका बिल्कुल ध्यान रखें. जैन ने कहा कि अगर लोग सतर्क रहेंगे तो इसको रोक सकते हैं, पहले भी रोक कर दिखाया था. पिछले 3 महीने लोगों ने सभी नियम का पालन किया था और इसको काबू में किया था और अगर फिर से वैसे ही नियम पालन करेंगे तो हम फिर काबू पा लेंगे.
दिल्ली में टेस्टिंग और ट्रेसिंग
सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में कल 87,505 टेस्ट किए गए हैं. किसी भी राज्य में नियम के हिसाब से हम सबसे ज्यादा टेस्ट कर रहे हैं. दिल्ली में औसत से 5 गुना ज्यादा टेस्ट कर रहे हैं. विशेषज्ञों के हिसाब से अधिकतम 40 से 50 हजार टेस्टिंग प्रतिदिन होनी चाहिए, हम उसकी दुगनी गति से कर रहे हैं, टेस्टिंग के साथ ट्रेसिंग भी कर रहे हैं. संक्रमितों के कॉन्टैक्ट को ट्रेस कर रहे हैं, आइसोलेट कर रहे हैं. कोई भी एक पॉजिटिव मिलता है तो उसके परिवार को, उसके सभी संपर्क में आने वाले लोगों को टेस्ट किया जाता है.
दिल्ली सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है, प्राइवेट अस्पतालों में हमने बेड बढ़ा दिए हैं, आईसीयू बेड की संख्या भी बढ़ा दी है. अभी करीब एक तिहाई बिस्तरों पर मरीज भर्ती हैं, दिल्ली पूरी तरह सतर्क है और जैसे भी परिस्थिति होती है उसके हिसाब से निर्णय लेंगे.
क्या इस वेव में अपर क्लास में ज़्यादा संक्रमण के मामले हैं?
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ऐसा ट्रेंड देखने में आ रहा है जो अपर क्लास या अपर मिडिल क्लास वाले लोग हैं, उनमें केस ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. इसका कोई कारण कहना मुश्किल है लेकिन लोगों से बातचीत के आधार पर यह समझ आया है कि जितने भी घनी आबादी वाले एरिया हैं या स्लम हैं उनमें पहले और दूसरे फेज़ में ही काफी ज्यादा कोरोना फैल चुका था.
यह वायरस जिस तरह से व्यवहार कर रहा है उसमें समझ आ रहा है कि इसकी बढ़ने की संख्या काफी ज्यादा है. अब एक परिवार में एक या दो सदस्य नहीं बल्कि पूरा परिवार संक्रमित मिल रहा है. लेकिन देखने में यह भी आ रहा है कि मामले पहले से कम गंभीर हैं और मौतें भी कम हो रही हैं. सिर्फ दिल्ली में ही नहीं पूरे देश में यह ट्रेंड देखने को मिल रहा है. 2 करोड़ की आबादी है इसलिए हम लोगों से लगातार कह रहे हैं कि मास्क जरूर लगाएं.
कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने पर
कंटेनमेंट जोन में एक ही जगह पर अगर दो या तीन केस आते हैं तो उसे कंटेनमेंट जोन बनाकर उस एरिया को सील कर दिया जाता है. सत्येंद्र जैन ने कहा कि मुझे लगता है इससे ज्यादा कठोर नियम करने की जरूरत नहीं है.
हेल्थ मैनेजमेंट प्लान
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ''हमने तैयारी कर ली है अगले कई फेज के लिए अगर केस बढ़ते हैं तो हम और ज्यादा बेड बढ़ा देंगे, जब केस कम हो रहे थे तो हमने प्राइवेट अस्पतालों में बेड कम कर के 15% तक कर दिए थे, उससे पहले 60 परसेंट बेड रिज़र्व थे. Escalation प्लान में हमने 25% किया है. आगे 40, 50 फिर 60 करेंगे. आज भी ऑक्यूपेंसी 50% से कम है.''
वैक्सीनेशन बढ़ाने को लेकर तैयारी
हॉस्पिटल में हमने 9 बजे से लेकर 9 बजे तक वैक्सीनेशन का समय रख दिया है, ज्यादातर सेंटर में यही समय है. हॉस्पिटल में एक फायदा और भी है कि 3 बजे के बाद रात के 9 बजे तक आप बिना रजिस्ट्रेशन के भी वैक्सीन लगवा सकते हैं. अभी केंद्र सरकार ने जो प्रोटोकोल बनाया हुआ है, उसके हिसाब से जितनी जगह की रिक्वायरमेंट है वो काफी ज्यादा है जिसके चलते अभी मोहल्ला क्लीनिक में वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा. लेकिन हमने कहा है कि हमें और सेंटर्स बनाने की इजाजत दी जाए, हम स्कूलों में सेंटर बना सकते हैं, कम्युनिटी हॉल में सेंटर बना सकते हैं, केंद्र सरकार की इजाजत मिलने का इंतजार कर रहे हैं.