हरिद्वार धर्म संसद: यति नरसिंहानंद पर पुलिस ने दर्ज की FIR, जानिए पूरा मामला

Update: 2022-01-02 04:43 GMT

देहरादून: हरिद्वार (Haridwar) में बीते दिनों आयोजित धर्म संसद (Sharm Sansad) में कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में शनिवार को यति नरसिम्हानंद और सिंधु सागर पर भी केस दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में नई धाराएं भी जोड़ी गई हैं. इस मामले में अब तक इस पांच लोगों पर केस दर्ज किया जा चुका है.

एजेंसी के अनुसार, इस मामले में धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (पूजा स्थल या पवित्र वस्तु को नुकसान पहुंचाना) को भी एफआईआर में जोड़ा गया है.
हरिद्वार के अंचल अधिकारी शेखर सुयाल ने बताया कि एफआईआर में गाजियाबाद के डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिम्हानंद और सिंधु सागर के नाम जोड़े गए हैं. 16 से 19 दिसंबर तक तीन दिनों के लिए हरिद्वार के वेद निकेतन धाम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें शामिल वक्ताओं ने कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले भाषण दिए थे.
हालांकि, अधिकारी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि एफआईआर में नई धारा क्यों जोड़ी गई है, इस पर अधिकारी ने कहा कि यह जांच का हिस्सा है, इसे टेलीफोन पर साझा नहीं किया जा सकता.
अब तक जांच के दायरे से बाहर थे यति नरसिम्हानंद
एफआईआर में दो नए नाम जुड़ने से मामले में अब तक दर्ज लोगों की संख्या पांच हो गई है. इनमें वसीम रिज़वी उर्फ ​​जितेंद्र त्यागी, साध्वी अन्नपूर्णा, धर्मदास, यति नरसिम्हानंद और सिंधु सागर शामिल हैं. डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिम्हानंद अब तक जांच के दायरे से बाहर थे. वहीं वसीम रिजवी, जो पहले उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे, उन्होंने हिंदू धर्म अपनाने के बाद अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण त्यागी कर लिया था
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