प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ प्रतापगढ़ शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने के उद्देश्य चल रहा रुडीप का कार्य गलियों और कॉलोनियों में तो लोगों को दर्द दे ही रहा है। अब हाईवे पर भी लोगों को यह दर्द झेलने पर मजबूर होना पड़ रहा है। शहर के अंबेडकर चौराहे से जीरोमाइल चौराहे तक करीब छोटे-बड़े 18 से अधिक गड्ढे है, इन गड्ढों में 5 से 7 गड्ढे ऐसे हैं जो कि करीब 10 इंच से ज्यादा गहरे है। बारिश के दिनों में वाहन चालकों को पता नहीं चलता है और वह सीधे इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते है। शहर के अंबेडकर चौराहे से लगाकर जीरोमाइल चौराहे तक करीब डेढ़ किमी का यह रास्ता सबसे व्यस्ततम मार्ग है। यहां से अस्पताल, न्यायालय, कलेक्ट्रेट, स्कूल समेत जिले के सबसे बड़े कार्यालय के अधिकारी और पदाधिकारियों जाते है।
शहर के हाई स्कूल के पास रिलायंस ट्रेड के सामने करीब तीन से चार गड्ढों को रूडी द्वारा करीब 2 बार गिट्टी डालकर डामर से भरा गया। लेकिन दोनों बार उखड़ कर गिट्टियां रोड पर आ गई। जिससे आने जाने वाले आम लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।शहर के बीचो-बीच गुजरने वाले डेढ़ किलोमीटर लंबे इस नेशनल हाईवे 56 पर सबसे ज्यादा गड्ढे एमजी रोड, हाई स्कूल रोड और नीमच नाके के पास देखने को मिलेंगे। इन तीन मार्ग पर सबसे ज्यादा आमजन को दर्द देने वाले गड्ढे मौजूद है।
प्रतापगढ़ नगर परिषद की कॉलोनियों में 10 करोड़ की लागत से 14 किमी सड़कों का निर्माण होगा। जिसके चलते 13 मार्ग चिन्हित किया है। प्रतापगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में कॉलोनियों का विस्तार और परिसीमन क्षेत्र बढ़ने के बाद वार्डों की संख्या भी बढ़ी है। प्रतापगढ़ में पहले 30 वार्ड थे, अब इनकी संख्या 40 पर पहुंच चुकी है। कई कॉलोनियां ऐसी सड़कें हैं, जहां कॉलोनी बनने के बाद सड़कें बनी ही नहीं है। उन सड़कों को अब सरकार की बजट घोषणा में स्वीकृत 14.400 किमी की सड़कें बनना प्रस्तावित है। इस पर सरकार 10 करोड़ रूपए खर्च करेगी। सार्वजनिक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहर 13 मार्ग चिन्हित किए गए हैं, जहां आगामी दिनों में सड़क बनाना प्रस्तावित है। जल्दी विभाग टेंडर करा कर इन सड़कों को बनाएगा।