मुंबई। बिपरजॉय तूफान के अलर्ट के बावजूद पांच लड़के मुंबई के जुहू बीच में नहाने के लिए उतर गए. समुद्र में तेज लहरें होने के कारण पांचों डूबने लगे, जिसमें से एक को लाइफगार्ड ने किसी तरह बचा लिया, लेकिन 4 लड़के समुद्र में डूबते हुए काफी अंदर चले गए. चारों लड़कों की तलाश के लिए अब सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक तूफान को देखते हुए लगातार लोगों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी दी जा रही है. इसके बाद भी लड़के चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए बीच में उतर गए. लड़कों का समूह बीच पर पिकनिक मनाने के लिए आया था. बताया गया कि इस ग्रुप में 8 लड़के थे, जिनमें से 3 ने पानी में उतरने से इनकार कर दिया था. घटना सोमवार शाम चार से पांच बजे के बीच की है. लड़के जुहू कोलीवाडा की तरफ से जेट्टी के जरिए दाखिल हुए थे. वहां, तैनात लाइफगार्ड ने उन्हें अंदर ना जाने का इशारा किया था. गार्ड ने सीटी भी बजाई थी, लेकिन पांचों लड़के फिर भी अंदर चले गए. जिस रास्ते से लड़के दाखिल हुए, वहां पुलिस तैनात है, लेकिन समुद्र तट की इतनी लंबी सीमा पर नजर रखना काफी मुश्किल है.
समुद्र में उतरे जो चार लड़के अब भी लापता हैं, वे सभी सांताक्रुज ईस्ट के वकोला में दत्ता मंदिर इलाके के रहने वाले हैं. इनके नाम धर्मेश भुजियाव (15), जय ताजभरिया (16), भाई मनीष (15) और शुभम भोगनिया (16) है. वहीं, समुद्र में उतरने के बाद भी जो लड़का बाल-बाल बच गया, उसका नाम दीपेश करण (16) है. बताया जा रहा है कि डूबने पर उसने घाट के पास लटकती रस्सी को पकड़ लिया था.
जिस जगह पर यह घटना हुई, वहां चार लाइफगार्ड तैनात थे. पूरे समुद्र तट पर कुल 12 लाइफगार्ड थे. अपने चालक दल के साथ एक दमकल, मुंबई पुलिस, बीएमसी, लाइफगार्ड और एक त्वरित प्रतिक्रिया वाहन फिलहाल मौके पर मौजूद है. बता दें कि बिपरजॉय के अलर्ट के बाद सोमवार को बीच लोगों के लिए बंद कर दिया गया था.