नई दिल्ली: गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश के चलते इन दिनों हाहाकार मचा हुआ है. दक्षिण और मध्य गुजरात के जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे नदियां उफान पर हैं और विभिन्न निचले इलाकों में पानी भर गया है, जहां से 1,500 लोगों को निकाला गया है.
मौसम विभाग (IMD) ने दक्षिण गुजरात के डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. गुजरात में अब तक हुई भारी बारिश की वजह से 61 लोगों की मौत हो गई. जबकि 272 जानवरों की भी जान चली गई.
वहीं, अहमदाबाद शहर में भी भारी से बहुत भारी बारिश हुई है. कई इलाकों में पानी भर गया है और ज्यादातर अंडरपास सड़कें जलमग्न होने के कारण अस्थायी रूप से बंद हैं. लगातार बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने अहमदाबाद नगर निगम के स्कूलों को आज बंद करने का आदेश दिया है.
छोटा उदयपुर, पंचमहल (मध्य गुजरात) और डांग जिले के कई हिस्सों में बहुत भारी बारिश हुई है. छोटा उदयपुर में बोडेली तालुका में रविवार को शाम 6 बजे तक सिर्फ 12 घंटों में 433 मिमी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई. अधिकारियों ने बताया कि उच्छ और हेरान नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. छोटा उदयपुर जिले में भारी बारिश के चलते आज स्कूल, कॉलेज, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और आंगनबाड़ी बंद रहेंगे.
डिप्टी मामलातदार सतीश मल ने कहा, "हमने अब तक बोडेली शहर के निचले इलाकों और छोटा उदयपुर जिले के नस्वरी तालुका के अकोना गांव से 65 लोगों को बचाया है. 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है." जिले में कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण नवसारी जिले के अधिकारी भी अलर्ट पर हैं.
अधिकारी ने बताया कि सुबह हुई भारी बारिश के कारण ओरसांग नदी का जलस्तर बढ़ने से वलसाड के कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया है. अधिकारियों ने कहा कि नवसारी और वलसाड जिलों के निचले इलाकों से 700 से अधिक लोगों को निकाला गया, लेकिन उनमें से 400 वलसाड में बारिश कम होने के बाद अपने घरों को लौट आए.
कई सड़कें, पुल और सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए और बारिश के पानी से भर गए, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है. IMD ने डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में अगले पांच दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. IMD ने कहा कि दक्षिण और मध्य गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई अन्य जिलों में भी इस अवधि के दौरान भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. नवसारी जिले में कावेरी और अंबिका नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. हम निचले इलाकों से निकासी कर रहे हैं.