ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आगामी परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगा.

ग्रेनो फेज-2 में अतिक्रमण रोकने के लिए टीम बनाई

Update: 2024-05-27 05:34 GMT

नोएडा: ग्रेटर नोएडा फेज-2 के सुनियोजित विकास की तैयारी शुरू कर दी गई है. इसके अंतर्गत आने वाले 2 गांवों को सात वर्क सर्किल में बांटा गया है. विकास कार्यों के साथ अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. वर्क सर्किल के हिसाब से अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है. वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आगामी परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगा.

अधिसूचित क्षेत्र के ये गांव मास्टर प्लान-41 के अंतर्गत आते हैं. मास्टर प्लान को मंजूरी के लिए शासन में भेजा गया है. दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए इसके विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही है. आगामी परियोजनाओं के लिए जमीन भी चाहिए. इसको देखते हुए ग्रेटर नोएडा फेज-2 के विकास की तैयारी शुरू कर दी गई है.

अधिसूचित क्षेत्र के गांवों में जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में अतिक्रमण की संभावना ज्यादा रहती है. प्राधिकरण अतिक्रमण की समस्या से पहले से ही जूझ रहा है. भूमाफिया ने प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर रखा है. ग्रेटर नोएडा फेज-2 के अधिसूचित क्षेत्र में इस समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रभावी कार्रवाई की गई है. फेज-2 के 2 गांवों को सात वर्क सर्किल में बांट अधिकारियों को गांवों के विकास के साथ अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं. अधिसूचित क्षेत्र के गांवों की जमीन पर अतिक्रमण होने पर संबंधित वर्क सर्किल के अधिकारी की जिम्मेदारी होगी.

ग्रेटर नोएडा फेज-2 में आने वाले प्रमुख गांव कहरी सूठरी, शेखपुर ठीचरा,रघुनाथपुर,दीनानाथपुर पट्टी,अमाहपुर लौढा, छिंदौली, छौना, जैतवारपुर, आकलपुर जागीर, कूड़ीखेड़ा, महावड़, चक सीदीपुर, डोमा टीकरी, निधावली, मसूरी, बम्बावड़, इस्लामाबाद कल्दा, नगला उदयरामपुर, बिश्नूली, चक्रसेनपुर उपरालसी, औरंगाबाद, जारचा, कलौंदा, भराना, बेनीपुर, मुरादाबाद, छायसा, पिरविव्यानी, दयानगर, किशनपुर, नगला नैनसुख आदि.

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