Multi Task वर्कर्स का शोषण बंद करे सरकार

Update: 2024-07-23 12:22 GMT
Bilaspur. बिलासपुर। पार टाईम मल्टी टास्क वर्कर युनियन ने सरकार, शिक्षा विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया है। युनियन का कहना है कि सरकार द्वारा इस वर्ग की लगातार अनदेखी की जा रही है। यह वर्ग कई समस्याओं से जूझ रहा है और अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। जिसके चलते सरकार इस ओर उचित कदम उठाए। सोमवार को मल्टी टास्क वर्कर युनियन की बैठक जिला अध्यक्ष विपिन कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष विपिन कुमार ने कहा है कि मल्टी टास्क वर्कर को स्कूल में छुट्टियों के चलते परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल भरा हो गया। बिना वेतन के परिवार का
पालन पोषण नहीं हो पा रहा है।

उन्होंने कहा की इस वर्ग को अन्य स्कूलों में डेपुटेशन पर भेजा जा रहा है। निर्धारित समय से अधिक ड्यूटी ली जा रही है। सबसे अहम समस्या यह है कि महंगाई के इस दौरान नाममात्र मासिक मानदेय है। उन्होंने कहा कि नाम पार टाईम वर्कर दिया गया है लेकिन दैनिक भोगियों और नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर कार्य लिया जा रहा है, जोकि न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वर्ग को महज 10 माह का वेतन दिया जा रहा है। स्कूल में बरसात की छुट्टियों के दौरान वेतन की अदायगी नहीं की जाती है। मिड डे मील वर्कर का कार्य भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी टाईम भी निर्धारित नहीं है। यहां तक कि रात्रि ड्यूटी भी लगाई जा रही हैं, ऐसे में इस वर्ग की अनदेखी स्पष्ट दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इस बात को स्पष्ट करे कि स्थायी निति कब तक बनेगी। शोषण बंद किया जाए। स्थायी नीति सरकार द्वारा बनाई जाती है तो इसका लाभ इस वर्ग को मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें मानी जाएं।
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