Shimla. शिमला। प्रदेश के धर्मपुर और नाचन विधानसभा क्षेत्र में बने अटल आदर्श स्कूलों को लेकर बड़ी हलचल शुरू हो गई है। पहले इन स्कूलों को चलाने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार हो रहा था, लेकिन अब शिक्षा विभाग इन्हें खुद ही चलाने की सोच रहा है। नए सत्र से इन अटल आदर्श स्कूलों में बच्चों की कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। मढ़ी और गुडहेरी में अटल आदर्श स्कूल बनाने पर 70 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च हुई है। इस बारे में शिक्षा विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी की ओर से उच्च एवं प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को स्टेटस रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर देने के लिए कहा गया है। इसमेें जानकारी मांगी गई है कि वर्ष 2025-26 में यदि इन दोनों स्कूलों में कक्षाएं शुरू करनी हों, तो यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरा है या नहीं। इन स्कूलों के दस किलोमीटर के दायरे में जो स्कूल हैं, उनमें छात्रों की संख्या कितनी है, अटल आदर्श स्कूलों से इन स्कूलों की दूरी कितनी, शिक्षकों की संख्या का आंकड़ा क्या है, इस पर जानकारी मांगी है।
वर्ष 2018-19 के बजट में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अटल आदर्श स्कूल बनाने की घोषणा की थी, लेकिन कहीं फोरेस्ट क्लीयरेंस, तो कहीं वित्तीय प्रावधान न होने के कारण ये स्कूल नहीं बन पाए। अब सरकार बदलने के कारण सिर्फ वही स्कूल बनेंगे, जो निर्माणाधीन हैं। पूर्व सरकार ने करीब 27 ऐसे स्कूल मंजूर किए थे। यहां होस्टल की सुविधा भी होगी, लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा होने तक ऐसा कुछ नहीं हो पाया। जिन 27 विधानसभा क्षेत्रों के लिए यह मंजूर किए गए थे, उनमें मंडी के लड़भड़ोल का पंजालग, गुडलेहरी, धर्मपुर का मढ़ी, नाचन का बुड़हैरी, कुटलैहड़ का गहरा, शिलाई का बांदली, रेणुका का चाडऩा, चौपाल, कांडलूकुफर, सिराज, सुंदरनगर, बगशैहड़, बिलासपुर, नाहन, मरठी, जुब्बल-कोटखाई, द्रंग, सोलन, रामपुर, चिंतपूर्णी, धर्मशाला, जवाली, बल्ह, देहरा, शाहपुर, हमीरपुर व अर्की आदि शामिल हैं। इनमें से धर्मपुर, कुटलैहड़ व नाचन विधानसभा क्षेत्रों में ही इनके परिसर का निर्माण चल रहा है, बाकी जगह निर्माण कार्य अधिकांश स्थानों पर शुरू नहीं हुआ है। अब सरकार ने राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की स्कीम घोषित की है।