कैदियों में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ने पर जेलों में बदली जाएं सरकारी इमारतें, हाईकोर्ट ने दिया सुझाव
ओडिशा के जेलों में बंद कैदियों में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) काफी तेजी से फैल रहा है.
ओडिशा (Odisha) के जेलों में बंद कैदियों में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) काफी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में ओडिशा हाईकोर्ट ने कहा है कि जेलों में भीड़भाड़ तुरंत कम करने की जरूरत है. इसके लिए कोर्ट ने सुझाव दिया है कि राज्य की दूसरी सरकारी इमारतों को भी जेल में बदल दिया जाए ताकी कुछ कैदियों को वहां शिफ्ट किया जा सके.
जानकारी के मुताबिक कोर्ट ने महसूस किया कि राज्य की कम से कम छह जेलों में जरूरत से ज्यादा भीड़भाड़ है. कोर्ट ने कहा, "इसमें फूलबनी में जिला जेल, भद्रक में विशेष उप-जेल और जाजपुर, नयागढ़, परलाखेमुंडी और मलकानगिरी की उप-जेल शामिल हैं. वहीं भद्रक स्पेशन सब जेल में स्थिति खास तौर पर सबसे विकट है जहां कैदियों की क्षमता है मगर फिलहाल वहां 430 से ज्यादा कैदी बंद हैं." कोर्ट ने कहा, कोविड -19 महामारी के समय में, यह कैदियों के साथ-साथ जेल कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर सकता है."
कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद कैदियों की रिहाई के मामले पर विचार करने के लिए बनाई गई ओडिशा राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण की उच्च शक्ति समिति के मुताबिक मई में कम से कम 816 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं कोरापुट जिले की गुनुपुर सब-जेल में 71 अन्य कैदी और 4 कर्माचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
भीड़भाड़ कम करने के लिए चलाया गया था अभियान
हाल ही में राज्य की जेलों में भीड़-भाड़ कम करने का अभियान चलाया गया था, जिसमें राज्य की 87 जेलों में कैदियों की संख्या 19824 से घटकर18,580 हो गई थी. जेलों के महानिदेशक (डीजी) संतोष उपाध्याय ने कहा कि जेलों की क्षमता 3,000 बढ़ाई जा रही है. हालांकि राज्य की 87 जेलों में से 53 में अभी तक कोरोना का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.