यूपी के लोगों के लिए खुशखबरी: जल्द दूर होगा ऑक्सीजन संकट, रेल मंत्री ने दी जानकारी
यूपी के लोगों के लिए खुशखबरी
कोरोना महामारी के लिए संजीवनी बनी ऑक्सीजन की कमी को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के उन लोगों के लिए खुशखबरी है जिनके अपने परिजन किसी न किसी अस्पताल में हैं या कोरोना पीड़ित है. गुरुवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के लिए बोकारो से जल्दी ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलेगी. साथ ही कहा कि मध्य प्रदेश के लिए भी जल्दी ही इसी तरह की व्यवस्था की जा रही है.
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस कल यानी बुधवार रात को ही बोकारो के लिए रवाना हो चुकी है. रेल मंत्रालय के सीपीआर आरडी बाजपेयी बताते हैं कि इस ट्रेन को निर्वाध गति से चलाने की व्यवस्था की गई है, जो रास्ते में बिना रुके अपने गंतव्य तक पहुंच सके. बोकारो पहुंचने के बाद 15 से 16 घंटे का वक्त टैंकर्स को रिफिल करने में लगेगा.
टैंकर्स भरते ही ये ट्रेन रवाना हो जाएगी और जल्दी ही यूपी पहुंच जाएगी. वहां सरकार के निर्देश के मुताबिक उसमें से कंटेनर्स को अलग-अलग शहरों में उतारा जाएगा. सुविधा के लिहाज से ही रैक में ट्रक लगाए गए हैं. एक बात और भी खास है कि इन कंटेनर्स में तापमान का भी खास ख्याल रखा जाता है, इसलिए ट्रेन के साथ एक्सपर्ट की टीम भी है जो इसका खास ख्याल रखेगी.
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी अवनीश अवस्थी लगातार मंत्रालय से तालमेल बिठाए हुए हैं. लखनऊ जंक्शन पर ऑक्सीजन कंटेनर्स को उतरने के लिए बुधवार को ही व्यवस्था का मुआयना कर उन्होंने रेलवे को इसकी जानकारी भी दी. कंटेनर्स ट्रक ट्रेन से आसानी से उतरे ऐसी व्यवस्था की गई है. बाद में इसे जिस शहर में चाहे वाराणसी, इलाहाबाद और गोरखपुर में उपलब्ध कराई जा सकती है. उत्तर प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार 753 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई करेगा.
दूसरी ओर रेलवे ने भारतीय सेना से भी ऑक्सीजन कंटेनर्स की मांग की और उन्हे कंटेनर्स मिल गए हैं. इन कंटेनर्स के जरिए दूसरे प्रदेश तक ऑक्सीजन पहुंचाई जाएगी. वहीं पहली ऑक्सीजन ट्रेन अपने गंतव्य पर पहुंच चुकी है, जिसमें गैस फिलिंग का काम चल रहा है. जल्दी महाराष्ट्र के लिए ट्रेन रवाना हो जाएगी. रेलवे की मानें तो वो अगले हफ्ते तक ऑक्सीजन एक्सप्रेस 8 प्रदेशों को समय पर गैस पहुंचाने की पूरी व्यवस्था कर देगा, क्योंकि कई प्रदेशों के साथ रेलवे और गैस के कंपनी के साथ किराया और दूसरे खर्चे पर भी सहमति बनाए जाने में वक्त लग रहा है. रेलवे के पास मांग के मुताबिक कंटेनर्स नहीं है और इसलिए वो इन्हें प्राइवेट पार्टी से किराए पर ले रहा है.
आज देश में कोरोना से एक दिन में हुए अब तक बीमारों की संख्या के सारे रिकॉर्ड तोड़कर ये आंकड़ा 3 लाख को पार कर गया है. ऐसे में इस संजीवनी की जरूरत तो हर जगह है.