मोदी की रैली में नारी शक्ति की झलक, PM ने झुककर किया प्रणाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार को बनासकांठा (Banaskantha) में बनास डेयरी के एक नए परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद बनासकांठा जिले के दियोदर में एक रैली को संबोधित किया

Update: 2022-04-19 14:47 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार को बनासकांठा (Banaskantha) में बनास डेयरी के एक नए परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद बनासकांठा जिले के दियोदर में एक रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी की इस रैली में बड़ी संख्या में महिलाओं की मौजूदगी थी. भाषण के दौरान महिलाओं ने पीएम मोदी का उत्साहवर्धन किया. वहीं पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान बनास की महिलाओं के जज्बे की सराहना की. उन्होंने बनासकांठा की महिलाओं को नमन किया और कहा कि यहां कि महिलाएं अपने मवेशियों की देखभाल अपने बच्चों के रूप में करती हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों में बनास डेयरी स्थानीय समुदायों, विशेषकर किसानों और महिलाओं को सशक्त बनाने का केंद्र बन गया है.

पीएम मोदी ने कहा कि सहकारी डेयरी छोटे किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है. मोदी ने कहा, 'आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है. करोड़ों किसानों की आजीविका दूध पर निर्भर करती है. भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य का दूध उत्पादन करता है, जिस पर बड़े अर्थशास्त्रियों सहित कई लोग ध्यान नहीं देते हैं.' उन्होंने कहा, 'गांवों की विकेन्द्रीकृत अर्थव्यवस्था प्रणाली इसका एक उदाहरण है. इसके विपरीत, गेहूं और चावल की पैदावार भी 8.5 लाख करोड़ रुपये दूध उत्पादन के बराबर नहीं है और छोटे किसान डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े लाभार्थी हैं.'
PM बनने के बाद मैंने देशभर के छोटे किसानों की जिम्मेदारी संभाली
मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री बनने के बाद मैंने देशभर के छोटे किसानों की जिम्मेदारी संभाली और आज मैं साल में तीन बार किसानों के बैंक खातों में 2,000 रुपये हस्तांतरित करता हूं.' उन्होंने कहा कि बनास डेयरी के नए डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्देश्य स्थानीय किसानों को सशक्त बनाना और क्षेत्र में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है. बता दें कि बनास डेयरी का नया परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है. इसका मकसद प्रतिदिन लगभग 30 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण, लगभग 80 टन मक्खन, एक लाख लीटर आइसक्रीम, 20 टन खोया और छह टन चॉकलेट का उत्पादन करना है. बता दें कि रैली के बाद कई महिलाओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की. इस दौरान बनास की महिलाओं ने अपनी कहानियां भी शेयर कीं.
पीमम मोदी ने 100 टन क्षमता के चार गोबर गैस संयंत्रों की आधारशिला भी रखी
उन्होंने बनास डेयरी की कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. प्रधानमंत्री ने बनास सामुदायिक रेडियो स्टेशन, पालनपुर में पनीर उत्पादों एवं मट्ठा पाउडर के उत्पादन के लिए विस्तारित सुविधाओं और दामा में स्थापित जैविक खाद एवं बायोगैस संयंत्र को भी राष्ट्र को समर्पित किया. उन्होंने चार अलग-अलग स्थानों पर स्थापित होने वाले 100 टन क्षमता के चार गोबर गैस संयंत्रों की आधारशिला भी रखी.
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