सारण: बिहार के सारण जिले के मढ़ौरा अनुमंडल के बहुआरा पट्टी गांव के ठाकुरबाड़ी टोला निवासी युवती गुड़िया कुमारी ने मेडिकल साइंस की सहायता से अपना जेंडर चेंज कराया है. गुड़िया से रुद्राक्ष बनने के बाद उन्होंने बताया कि लड़की के रूप में जन्म लेने के बाद जब से होश संभाला, तब से उसकी दोस्ती लड़कियों से ज्यादा लड़कों से थी. लड़कियों से दोस्ती करने की बजाय लड़कों से दोस्ती करने में सहज महसूस करती थी. अब सर्जरी करवाकर वह एक लड़का बन गई है.
गुड़िया लड़कों की तरह पैंट शर्ट पहनना पसंद करती थी. बाइक और साइकिल लड़कों की तरह चलाती थी. उसने दिल्ली में पिछले 27 दिसंबर 2021 को जेंडर बदलवाने के लिए सर्जरी करवाई. इस सर्जरी में 8 घंटे का समय लगा. उसने बताया कि हर महीने हार्मोन्स का इंजेक्शन लगवाना पड़ता है, जो तकरीबन 2 वर्षों तक लगाया जाएगा, उसके बाद वह पूरी तरह से पुरुष बन जाएगी.
गुड़िया से रुद्राक्ष बनने का सफर आसान नहीं था. अपनी इच्छा को अपने घरवालों की सहमति मिलने में गुड़िया को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी. उसने कहा कि पहले तो माता पिता ने इनकार कर दिया, लेकिन बाद में बेटी की इच्छा के आगे सहमति बनाते हुए पूरा सहयोग किया. गुड़िया के रूप में ही उसने अपनी बचपन की पढ़ाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिसवां में की. आठवीं से मैट्रिक तक की पढ़ाई राष्ट्रीय उच्च विद्यालय रामपुर से और इंटर की पढ़ाई संजय गांधी इंटर कॉलेज नगरा से की है. ग्रेजुएशन जेपीएम से करने के बाद फिलहाल बी फार्मा की पढ़ाई हरियाणा से कर रही है.
गुड़िया ने बताया कि इस महंगी सर्जरी में आने वाला सारा खर्च उसके पिता ने अपनी सेविंग से किया है. गुड़िया से रुद्राक्ष बनने के बाद विवाह होने पर संतानोत्पत्ति में भी कठिनाई आ सकती है. अगर उसकी शादी किसी सामान्य लड़की से होती है तो चिकित्सक के परामर्श के बाद ही संतान हो सकती है. वहीं अगर किसी ट्रांस वीमेन से शादी होती है तो संतान नहीं हो सकती है. फिलहाल गुड़िया अपनी आने वाली जिंदगी को लेकर काफी आशान्वित है और सकारात्मक है.