भीषण आग की चपेट में आए 10 कबाड़ गोदाम, मचा हड़कंप
देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और एक गोदाम से फैलते हुए कुल 10 गोदामों को अपनी चपेट में ले लिया.
गांधीनगर: गुजरात के औद्योगिक नगर वापी में एक बार फिर भीषण आग की घटना सामने आई है। इस बार आग वापी के करवड़ इलाके में स्थित कबाड़ गोदाम में लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और एक गोदाम से फैलते हुए कुल 10 गोदामों को अपनी चपेट में ले लिया।
आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने के लिए 10 से अधिक फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर तैनात की गईं। दमकल कर्मियों को सुबह-सुबह लगी इस आग को काबू में करने में घंटों कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, आग के फैलने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग घबराए हुए थे। चिंता की बात यह है कि जिस इलाके में यह गोदाम स्थित है, वह रिहायशी इलाका भी है। आग की लपटों और धुएं के कारण वहां रहने वाले लोग बहुत डर गए थे।
इससे साफ है कि इस तरह के कबाड़ गोदामों को रिहायशी इलाकों से दूर होना चाहिए। कबाड़ गोदामों में आग लगने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। साथ ही इनसे प्रदूषण भी बढ़ता है, जिससे स्थानीय निवासियों के लिए स्वास्थ्य जोखिम बना रहता है। इससे पहले 27 अक्टूबर को गुजरात के अहमदाबाद के नारोल स्थित देवी सिंथेटिक प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी में गैस लीक होने से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। इस घटना में कंपनी के सात कर्मचारी घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई थी, जब कंपनी में सल्फ्यूरिक एसिड का टैंकर खाली किया जा रहा था। इस दौरान ब्लीचिंग सेक्शन में कास्टिक सोडा के साथ रिएक्शन होने के कारण धुआं फैल गया था, जिससे कई कर्मचारी बेहोश हो गए थे। गैस लीक की घटना के बाद तुरंत 108 आपातकालीन सेवा को बुलाया गया था, जिसके जरिए नौ कर्मचारियों को मणिनगर के एलजी अस्पताल में इलाज के लिए शिफ्ट किया गया था। गैस लीक की वजह से बेहोश सभी नौ कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी।