स्वेज नहर में कई दिनों से फंसा विशालकाय जहाज फिर चल पड़ा, दुनिया के लिए राहत की खबर
काहिर. मिस्र की स्वेज नहर (Suez Canal Logjam) में लगे जाम से अब जल्द ही छुटकारा मिलने की उम्मीद है. खबर है कि वहां करीब एक हफ्ते से फंसा जहाज एवरगीवेन (Evergiven) दोबारा तैरने लगा है. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग ने यह जानकारी दी है. इस विशालकाय जहाज को हटाने के काम में दो विशेष नौकाएं (जहाजों को खींचने में इस्तेमाल आने वाली शक्तिशाली नौकाएं) लगायी गईं थी.
एशिया और यूरोप के बीच माल लेकर जाने वाला, पनामा के ध्वज वाला एवर गिवेन नामक विशाल जहाज मंगलवार को इस नहर में फंस गया था. तब से अधिकारी जहाज को निकालने तथा जलमार्ग को जाम से मुक्त करने की फिर से कोशिश में जुटे थे. इस नहर से रोजाना नौ अरब डॉलर का कारोबार होता रहा है.
जहाज के फंसने से वैश्विक परिवहन तथा व्यापार पर बहुत बुरा असर पड़ा है जो पहले से ही कोरोना महामारी से प्रभावित है. मैरीन ट्रैफिक डॉट कॉम के सैटेलाईट डाटा के अनुसार डच ध्वज वाली एल्प गार्ड और इतालवी ध्वज वाली कार्लो मैग्नो पहले से ही इस विशालकाय जहाज को हटाने में जुटी नौकाओं की मदद के लिए बुलायी गईं जो रविवार को वहां पहुंचीं.
एवर गिवेन की प्रबंधक कंपनी बर्नहार्ड शूल्ट शिपमैनेजमेंट ने बताया कि ये सारी शक्तिशाली नौकाएं 400 मीटर लंबे एवर गिवेन को हटायेंगी, उधर इस जहाज के नीचे से गाद निकाला जा रहा है. नहर प्राधिकरण के एक शीर्ष पायलट ने बताया कि कर्मियों ने रविवार को ऊंची लहर के दौरान इस जहाज को हटाने की योजना बनायी है. उन्होंने कहा, 'रविवार अहम है. यही अगला कदम तय करेगा जिसमें जहाज से आंशिक रूप से सामान उतारने की भी संभावना है.'
इस बीच, स्वेज नहर प्राधिकरण के प्रमुख जनरल ओसामा राबेई ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जांच चल रही है लेकिन उन्होंने मानवीय या तकनीकी खामी की आशंका से इनकार नहीं किया. हालांकि बर्नहार्ड शिपमैनेजमेंट ने कहा कि प्रारंभिक जांच में किसी यांत्रिक गड़बड़ी या ईंजन का विफल होना जहाज की फंसने की वजह के रूप में सामने नहीं आया है.
राबेई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नहर के तल पर जमे कीचड़ को साफ करने से जहाज को बिना उसका माल हटाए निकाला जा सकेगा, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि 'हम मुश्किल स्थिति में है, यह बुरी घटना है'.