गुलाम नबी आजाद ने सोनिया को पत्र लिखा पत्र, कहा- 'तत्काल CWC की बुलाई जाए बैठक'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की तत्काल बैठक बुलाई जाए. सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष आजाद ने पत्र में कहा है कि पार्टी से कई नेताओं के अलग होने के मद्देनजर आंतरिक रूप से चर्चा की जाए. आजाद उन 23 प्रमुख नेताओं के समूह (ग्रुप 23) में शामिल हैं जिन्होंने पिछले वर्ष कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी. इस समूह के एक नेता जितिन प्रसाद अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
आजाद ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग उस वक्त की है जब हाल ही में अमरिंदर सिंह को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फालेरयो और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने पार्टी छोड़ दी.
इससे पहले दिन में कपिल सिब्बल ने पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर बुधवार को पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए और कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए. उन्होंने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का उल्लेख करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया कि 'जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं.'
मैं अपनी पार्टी को इस स्थिति में देख नहीं सकताः सिब्बल
पूर्व केंद्रीय मंत्री कापिल सिब्बल ने कहा, 'मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था. हम अपने नेतत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं. मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई. मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है.'
देश बड़े संकट का सामना कर रहा है: कपिल सिब्बल
उन्होंने कहा, 'देश बड़े संकट का सामना कर रहा है. चीन घुसपैठ कर रहा है. तालिबान के अफगानिस्तान में आने से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है. करोड़ों लोग गरीबी से घिरे हैं. ऐसे हालात में में कांग्रेस इस स्थिति में है, यह दुखद है. यह ऐसा समय है कि हमें इस सरकार के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए. हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं. सुष्मिता (देव) जी चली गईं और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री (लुईजिन्हो) फालेरयो भी चले गए. जितिन प्रसाद चले गए, (ज्योतिरादित्य) सिंधिया चले गए, ललितेश त्रिपाठी चले गए, अभिजीत मुखर्जी भी चले गए. कई अन्य नेता चले गए. सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? हमें यह खुद सोचना होगा कि शायद हमारी भी कोई गलती रही होगी. इस समय हमारे यहां अध्यक्ष नहीं है. हम जानते भी हैं और नहीं भी जानते हैं कि फैसले कौन कर रहा है.'