सिग्नल पासिंग एट डेंजर और अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए महाप्रबंधक स्तर पर बैठक
जबलपुर। सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) और अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देशानुसार को जबलपुर मुख्यालय में जोनल स्तर पर प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं तीनों डिवीजनों के मंडल रेल प्रबंधकों सहित मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों तथा कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) के अंतर्गत विभिन्न सेक्शनों, लॉबियों, रख-रखाव केन्द्रों और दुर्घटनाएं/असामान्य घटनाओं को रोकने के लिए निर्धारित सुरक्षा परिचालनों और रख-रखाव प्रक्रियाओं के साथ-साथ क्रू लाॅबी (लोको पायलट) के कार्य घंटों को लेकर विशेष चर्चा हुई।
क्रू लाॅबी (लोको पायलट) के सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) के बढ़ते हुए प्रकरणों को रोकने के लिए और संरक्षा से संबंधित नियमों का पालन करते हुए क्रू लाॅबी (लोको पायलट) के निर्धारित कार्य घंटों को लेकर महाप्रबंधक स्तर पर की इस बैठक की अध्यक्षता महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने की। इस बैठक में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर जगराम मीना, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक श्री सी. वेणुगोपाल, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य इंजीनियर अनिल कुमार पांडे इत्यादि प्रमुख विभागाध्यक्ष सहित मंडल रेल प्रबंधक जबलपुर विवेक शील, मंडल रेल प्रबंधक भोपाल श्री सौरभ बंदोपाध्याय, मंडल रेल प्रबंधक कोटा मनीष तिवारी एवं तीनों मंडलों के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक तथा तीनों मंडलों के वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर/टीआरओ उपस्थित रहे।
साथ ही इस बैठक में कर्मचारियों की तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए पश्चिम मध्य रेल मजदूर संघ, पश्चिम मध्य रेल एम्प्लाई यूनियन तथा एसोसिएशन के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। इस बैठक में रेलवे के सुरक्षित संचालन तथा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों तथा यूनियन के पदाधिकारियों ने अपने सुझाव दिये। क्रू लाॅबी (लोको पायलट) के कार्यों के घंटों को लेकर गुड्स ट्रेनों के ट्रैफिक की पूर्वानुमान इत्यादि से संबंधित सुझाव दिये गये। साथ ही सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) को रोकने के लिए लोको पायलटों की उचित काउंसलिंग, रोड लर्निंग इत्यादि से संबंधित लोको इंस्पेक्टर और समय-समय पर प्रशिक्षण इत्यादि से संबंधित सुझाव भी रखे गये। इनके अलावा भी कई बहुमूल्य सुझाव इस बैठक में साझा किये गये और उन पर विचारमंथन किया गया कि कैसे यात्रियों की सुरक्षा के साथ ट्रेन परिचालन को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।