देहरादूनरु/द्रप्रयाग: केदारनाथ के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में हुए दर्दनाक हादसे का आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थलीय निरीक्षण करेंगे। जी हांं, आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रप्रयाग जायेंगे, जहां वे गौरीकुंड भूस्खलन और आपदा क्षेत्र में जाकर मृतकों के परिजनों और पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। गौरीकुंड में हुए हादसे में लापता चल रहे लोगों की संख्या बढ़कर अब 20 हो गई है। एसडीआरएफ ने कल तीन लोगों के शव खाई से निकाल लिए हैं, लेकिन उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। आज सुबह से फिर से मंदाकिनी नदी में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही है।
रेस्क्यू टीम में एनडीआरएफ के 12, एसडीआरएफ के 15, डीडीआरएफ के 10, वाईएमएस 6, पुलिस और होमगार्ड के 25 जवान शामिल हैं। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर रहेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री धामी सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर जीटीसी हैलीपैड से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रुद्रप्रयाग जिले के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर करीब 12 बजे सीएम धामी का हेलीकॉप्टर फाटा स्थित हेलीपैड पहुंचेगा। इसके बाद सीएम धामी गौरीकुंड में हुए भूस्खलन, आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के साथ पीड़ितों से भी मुलाकात करेंगे।
आपको बता दें कि, केदारनाथ के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में डाट पुलिया के पास पहाड़ी से भूस्खलन हो गया था। जहां पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सीधे तीन दुकानों के ऊपर जा गिरे। जिस वक्त ये हादसा हुआ था उस समय इन दुकानों में कई लोग मौजूद थे। जो मलबे की चपेट में आकर दुकान समेत सीधे मंदाकिनी नदी में जा गिरे।
जिला प्रशासन की मानें तो अभी भी 17 लोग लापता हैं। जबकि, तीन शव बरामद कर लिया गया है। हादसा इतना भयानक था कि लोगों को संभलने का तक मौका नहीं मिला। इस हादसे ज्यादातर जान गंवाने लोगों में नेपाल के लोग हैं। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। लापता लोगों की संख्या पहले 13 हुई फिर 19 और अब बढ़कर 20 हो गई है। तीन लोगों के शव खाई से निकाल दिए गए हैं। बाकी लापता लोगों की खोजबीन दिनभर जारी रही, लेकिन अन्य कोई नहीं शव नहीं मिला।
आज सुबह 5:30 बजे से फिर मंदाकिनी नदी में रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ रहा है। वहीं संभावनाएं जताई जा रही है कि लापता लोग नदी की तेज लहरों में बह गए होंगे, क्योंकि, तेज बारिश के कारण मंदाकिनी नदी भी उफान में बह रही है। जो तीन शव बरामद हुए हैं, उनकी शिनाख्त भी नहीं हो पाई है। जिला और तहसील प्रशासन की ओर से ड्रोन के जरिए भी सर्च अभियान चलाया गया। जबकि संयुक्त टीम ने सर्च अभियान गौरीकुंड से अगस्त्यमुनि तक चलाया।