धर्मशाला में घर-द्वार से उठ रहा कचरा खड्डों में लगाया जा रहा ठिकाने

Update: 2024-11-24 09:19 GMT
Hospice. धर्मशाला। नगर निगम धर्मशाला में विभिन्न 17 वार्डों के तहत अब घर-घर व कामर्शियल होटल-दुकानों से डोर-टू-डोर हर माह लाखों रुपए खर्च करके कूड़ा कचरा उठाया जा रहा है। बावजूद इसके धौलाधार की वादियों से निकलने वाली स्वच्छ खड्डों में गंदगी के ढेर लगाए जा रहे हैं। धर्मशाला से होकर मैदानी क्षेत्रों में पहुंचने वाली महत्वपूर्ण खड्डों में मांझी, मनूनी व चरान सहित दर्जनों छोटे बड़े नालों व कूहलों में जगह-जगह पानी में कूड़ा-कचरा बहाकर जहर घोला जा रहा है। वहीं, नगर निगम धर्मशाला की ओर से ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आश्वासन तक सिमटकर रह गई है। स्थानीय लोगों व बुद्धिजीवियों का कहना है कि कई घरों के साथ-साथ कमर्शिलय दुकानदार व अन्य लोग बड़े स्तर पर गंदगी नदियों-खड्डों व नालों में उड़ेंल रहे हैं। जबकि नगर निगम की ओर से प्रतिमाह तय किए गए डोर-टू-डोर दामों के पैसे देने की उनकी ओर से लगातार मनाही की जा रही है। एमसी की ओर से प्रतिमाह हर घरेलू घर से 50 रुपए, दुकानों से एक सौ रुपए व होटलों व अन्य बड़े कमर्शियल भवनों से 150 से 200 रुपए की वसूली की जाती है। लेकिन बड़ी हैरत की बात है कि स्मार्ट, पर्यटन-खेल नगरी एवं एजुकेशन हब धर्मशाला में बड़े-बड़े कारोबारी, दुकानदार व कमर्शियल भवनों के संचालक प्रतिमाह तय किए गए 50 से 200 रुपए देने की ही आनाकानी कर रहे हैं। निगम को हाई कोर्ट की ओर से भी फटकार लगाई गई है। शहर में कूड़ा-कचरा व्यवस्था को खर्च किए जाने के रुपए शहरवासियों से ही वसूलने के
आदेश दिए हैं।

नगर निगम धर्मशाला में डोर-टू-डोर कूड़ा कचरे का बिल न देने वालों को अब नोटिस जारी किए जाएंगे। इससे पहले भी धर्मशाला क्षेत्र में प्रतिमाह डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रित करने के बदले में पैसे ही जमा नहीं करवा रहे हैं।17 वार्डों में कई दुकानदार-होटलियर, कमर्शियलल भवन व कारोबारी प्रतिमाह का बिल ही जमा नहीं करवा रहे हैं। नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्रर सुरेंद्र कुमार कटोच ने बताया कि लंबे समय से पेंडिगं चल रहे बिलों को लेकर नोटिस जारी कए जाएंगे। हाई कोर्ट ने कचरे की व्यवस्था को लेकर पैसे वसूलने के आदेश एमसी को जारी किए गए हैं। नगर निगम की महापौर ने कहा कि धर्मशाला में डोर-टू-डोर कूड़ा कचरा उठाया जा रहा है। खड्डों-नालों में कचरा फैंका जा रहा है, तो इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे भी चिन्हित स्थानों में स्थापित किए जाएंगेे । पांच हज़ार तक के चालान किए जाएंगे। धर्मशाला के स्थानीय लोगों, बुद्धिजीवियों व समाजसेवियों में डा. विजय शर्मा, हरि सिंह, नरेंद्र सिंह बड़ाण, अर्जुन सिहं, संग्राम गुलेरिया का कहना है कि यह वक्त की जरूरत बन चुका है कि कांगड़ा घाटी व धर्मशाला की खड्डों, नालों व कूहलों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। नदियों-खड्डों का गंदा होना, उनके किनारे पर कचरे का इक_ा होना और जलस्तर में कमी, यह सब प्राकृतिक संतुलन को बिगाडऩे के साथ-साथ स्थानीय जैवविविधता को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। पर्यावरणविदों का कहना है कि यदि इन नदियों-खड्डों का संरक्षण नहीं किया गया, तो भविष्य में यह नदियां और झरने सूख सकते हैं ।
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