रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा में राज निवास में नाबालिग से हुए गैंगरेप मामले में पुलिस को एक बड़ा सुराग मिला है. पुलिस ने श्री राम जानकी मंदिर बहराइच के महंत सीताराम को गिरफ्तार करने के साथ ही ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय त्रिपाठी और प्रदेश संयोजक अंशुल मिश्रा को भी अरेस्ट कर लिया है. दरअसल, इन पर आरोप है कि इन्होंने बलात्कारी महंत सीताराम की भागने में मदद की थी. बता दें, राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित संजय त्रिपाठी पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. संजय त्रिपाठी ने अपराध पर पर्दा डालने के लिए ब्राह्मण महासभा का गठन किया और उसका अध्यक्ष बन गया. फिर अपने सगे भांजे को संयोजक बनाया. फिर देश प्रदेश के कई नेताओं से तालमेल बना लिए.
पुलिस ने 1 अप्रैल को संजय त्रिपाठी को भोपाल के एक होटल से गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे और अन्य आरोपियों कोर्ट में पेश किया. जहां से महंत, संजय त्रिपाठी अध्यक्ष ब्राह्मण महासभा, संयोजक अंशुल मिश्रा और तौफीक अंसारी को जेल भेज दिया गया है.
फूट-फूट कर रोया संजय त्रिपाठी
रीवा के एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि महंत से पूछताछ एवं जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली और उसके आधार पर आरोपी संजय त्रिपाठी एवं अशुल मिश्रा को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 342, 504, 323, 328, 376 (D) 506 और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद संजय त्रिपाठी थाने में फूट-फूट कर रोया और खुद को बेगुनाह बताता रहा. उसने कहा कि वह निर्दोष है और उसे केस में फंसाया गया है.