गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा -फोन टैपिंग मामले में कांग्रेस को स्पष्टीकरण देना चाहिए
फोन टैपिंग मामले में राजस्थान की गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं
फोन टैपिंग मामले (Phone Tapping Case) में राजस्थान की गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कई विधायकों ने आरोप लगाया है कि सरकार उनके फोन टैप करा रही है जिससे विधायकों में डर सा बैठ गया है. अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेकावत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की वर्तमान सरकार अक्सर गलत तरीके से जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करती है और फिर उसका इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य को पूरा करने के लिए किया जाता है.
उन्होंने कहा कि इस सरकार पर कई बार फोन टैपिंग के आरोप लग चुके हैं. उन्होंने बताया कि पिछले साल सीएम अशोक गहलोत ने खुद बयान दिया था कि राजस्थान में किसी का भी फोन टैप नहीं किया जाता लेकिन उनके ही मंत्री ने विधानसभा में यह स्वीकार किया था कि राज्य में कानूनी तौर पर फोन टैप किए गए थे.
केंद्रीय मंत्री ने कही ये बात
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे पता चला है कि कांग्रेस के कुछ विधायक फोन टैप होने को लेकर नाराज चल रहे हैं और उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से भी की है. उन्होंने सीएम को बताया कि उनके फोन अवैध तरीके से टैप किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस सरकार और आलाकमान को फोन टैपिंग मामले में स्पष्टीकरण देना चाहिए. बता दे कि फोन टैपिंग को लेकर केंद्रीय मंत्री ने गजेंद्र सिंह शेखावत ने मार्च में दिल्ली के तुगलक रोड थानें में शिकायत भी दर्ज कराई थी. इस मामले को बाद में दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौप दिया गया था.
विधायक ने लगाया गंभीर आरोप
गौरतलब है कि राजस्थान में एक बार फिर से फोन टैपिंग का मामला गरमाता जा रहा है. यह पहली बार नहीं है कि राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगे हों. अब विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने आरोप लगाया है कि उनसे कुछ विधायकों ने मिलकर यह बात कही है कि सरकार उनका फोन टैप करा रही है और सरकार ने विधायकों के पीछे इंटेलीजेंस के लोगों को भी लगा कर रखा है.