प्रदर्शनों से घबराए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने फिर उगला जहर, अब दिया ये बयान
नई दिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. जरदारी ने एक इंटरव्यू के दौरान आरोप लगाया कि भारत में मुसलमानों को नरेंद्र मोदी की पार्टी द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. जरदारी ने कहा कि भारत सरकार गुजरात के मुसलमानों पर बहुत ज्यादा अत्याचार कर रही है.
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सही साबित किया है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने उनके सिर पर इनाम की घोषणा की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ये बातें वॉशिंगटन डीसी में ब्लूमबर्ग टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कही हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इससे पहले भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमले किए थे. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की फटकार से बौखलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने एक प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें 'गुजरात का कसाई' बताया था. बिलावल भुट्टो ने विवादित बयान में कहा था कि ओसामा बिन लादेन की तो मौत हो चुकी है लेकिन 'गुजरात का कसाई' अभी जिंदा है और भारत का प्रधानमंत्री है.
बिलावल भुट्टो के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पाकिस्तानियों से भारत की उम्मीदें कभी भी ज्यादा नहीं रही हैं. जयशंकर ने एक कॉन्क्लेव के दौरान कहा था कि हमारे मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से बता दिया है कि हम उनके विदेश मंत्री के बारे में क्या सोचते हैं.
पीएम मोदी पर बिलावल की ओर से की गई अभद्र टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए बिलावल के इस बयान को असभ्य करार दिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि इससे पता चलता है कि भारत के खिलाफ जहर उगलने में पाकिस्तान कितने निचले स्तर तक जा सकता है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को 1971 की याद दिलाते हुए कहा था कि बिलावल जरदारी भुट्टो शायद 1971 को भूल गए हैं जब पाकिस्तान की सरकार ने बंगालियों और हिंदुओं का नरसंहार किया था.
पाकिस्तान को खूंखार आतंकियों का पनाहगाह बताते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान एक मात्र ऐसा देश है जो आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद के रूप में पेश करता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि पाकिस्तान को अपना गुस्सा देश के आतंकवादी संगठनों के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहिए जिन्होंने आतंक को पाकिस्तान की नीति बना दिया है.