आगरा। आगरा के थाना ताजगंज पुलिस ने लाखों की ठगी करने वाले फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया है। फर्जी आईएएस के खिलाफ आगरा की महिला ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। आगरा के थाना ताजगंज पुलिस ने बाल विकास व आशा कार्यकर्ती का टेंडर दिलवाने के नाम पर आगरा की महिला से 14 लाख की ठगी करने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। ठगी के काम में शामिल गाजियाबाद की महिला को पुलिस अभी तलाश रही है। आरोपी खुद को मुख्यमंत्री का सचिव बता कर ठगी करता था। पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने बताया की थाना ताजगंज क्षेत्र के विभव नगर निवासी नेहा बालियान ने बीते वर्ष 16 नवम्बर को शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप था की उनकी परिचित गाजियाबाद निवासी महिला नीतू राणा ने अपने एक परिचित आईएएस अधिकारी पंकज गुप्ता के लखनऊ सचिवालय में मुख्यमंत्री के सचिव के पद पर होने की बात बताई थी। इसके बाद नीतू ने उनके जरिए बाल विकास एवं आशा कार्यकर्ती के काम का टेंडर दिलवाने की बात कही थी।
नीतू से पुराना परिचय होने के कारण नेहा ने विश्वास कर लिया। नीतू को पता था की पिता की मृत्यु के बाद नेहा को काफी पैसे मिले हैं। नीतू ने उन पैसों को इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच दिया। इसके बाद दस अक्टूबर को नकली आईएएस पंकज को उनके घर भेजा।नेहा ने बताया की आरोपी पंकज गुप्ता ने पहले टेंडर प्रक्रिया के लिए नकली फॉर्म भरवाए और फिर टेंडर के 14 लाख मांगे। नेहा ने 6 लाख रुपए कैश और चार - चार लाख के दो चेक दे दिए। आरोपियों ने टेंडर फॉर्म और चेक पर नाम नहीं डलवाया। पंकज ने नेहा से कहा की जो कंपनी से टेंडर भरा जाएगा, उसी समय वो नाम भर दिया जायेगा। पैसे लेने के बाद नहीं किया संपर्क नेहा ने बताया की आरोपियों ने पैसे लेने के बाद उनसे संपर्क बंद कर दिया। कई बार फोन करने पर भी वो फोन नहीं उठा रहे थे। खुद को ठगा महसूस कर उन्होंने दोनों चेक का पेमेंट रुकवा दिया।
दो आई डी रखता था फर्जी अधिकारी
पुलिस को आरोपी पंकज राव उर्फ पंकज गुप्ता के पास से दो मोबाइल, लखनऊ सचिवालय का फर्जी आईएएस का आई कार्ड , अलग नामों के दो आधार कार्ड, दो पेनकार्ड और नेहा से ठगी के लिए बनवाए कागजात बरामद हुए हैं। आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है।