पूर्व विधायक ने पार्टी से दिया इस्तीफा, बताई ये वजह
जल्द इस पार्टी में हो सकते है शामिल
गया। गया में लोकसभा चुनाव से पहले जेडीयू को बड़ा झटका लगा है। टिकारी के पूर्व विधायक और जेडीयू के जिला अध्यक्ष अभय कुशवाहा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का कारण कई बार कोशिश करने के बाद भी सीएम ने मुलाकात नहीं होना बताया गया है। मुख्यमंत्री से नहीं मिलना बताया है। मुख्यमंत्री कार्यालय प्रभारी जदयू के वरिष्ठ नेता चंदन सिंह ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की है। पूर्व विधायक जदयू के कद्दावर नेताओं में एक थे। बीते दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री का जन्मदिन धूम-धाम से मनाया था। सूत्रों का कहना है कि वे बीते एक महीने से सांसद के टिकट के लिए गया-पटना की दौड़ लगा रहे थे। सम्राट चौधरी से भी संपर्क साधकर अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश में जुटे थे, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इसके बाद वे अपने पुराने घर राजद में वापसी के लिए जुट गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि वे औरंगाबाद से सांसद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यही वजह है कि वे जदयू को छोड़ कर राजद का दामन थामने जा रहे हैं। अभय कुशवाहा ने राजद से जुड़कर राजनीति शुरू की थी। वे युवा राजद के जिलाध्यक्ष हुआ भी थे। इसी बीच वे मुखिया बने और फिर वे अपने राजनीति करियर की ऊंचाई की ओर अग्रसर होने लगे। इस बीच उन्होंने राजद का साथ छोड़कर जदयू ज्वॉइन कर लिया। 2015 में टिकारी विधानसभा क्षेत्र से उन्हें जदयू का टिकट मिल गया। टिकारी से जीत भी गए, लेकिन 2020 में बेलागंज विधानसभा से जदयू पर लड़े, लेकिन हार हो गई। इसके बाद अभय कुशवाहा जदयू के बड़े नेता आरसीपी सिंह के साथ चले गए। लेकिन आरसीपी सिंह को पार्टी से बेदखल किए जाने के बाद बड़ी मुश्किल से जदयू में उन्होंने खुद को बचाया। जदयू ने फिर उन्हें गया जिला का जिलाध्यक्ष बनाया। इधर, अभय कुशवाहा से उनके मोबाइल नंबर पर आधा दर्जन से अधिक बार सम्पर्क करने की कोशिश की गई पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।