पूर्व मंत्री के फैक्ट्री में बरामद मीट की फोरेंसिक रिपोर्ट आई सामने, पुलिस ने कही ये बात

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Update: 2022-04-14 15:52 GMT

मेरठ: बसपा नेता (BSP Leader) व पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी (Former minister Haji Yakub Qureshi) के फरार होने के बाद लगातार उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अगर उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाती है तो पुलिस कुर्की की तैयारी कर सकती है. लगातार दबिश देने के बावजूद याकूब कुरैशी और उसके परिवार का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है. याकूब की फैक्ट्री में बरामद मीट की फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) भी आ गई है. रिपोर्ट के अनुसार, मीट में फंगस और कीड़े लगे पाए गए हैं. यह मीट खाने लायक नहीं है.

दरअसल, बीते 31 मार्च को पुलिस और प्रशासन की टीम ने पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उनके परिवार की फैक्ट्री पर छापा मारा था. मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र के अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में छापेमारी के दौरान अवैध रूप से मीट की पैकेजिंग और प्रोसेसिंग की जा रही थी. खाद्य विभाग की टीम ने मीट के सैंपल लिए थे, जिसको फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया था. फोरेंसिक रिपोर्ट में मीट में फंगस होने की बात कही गई.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि याकूब की फैक्ट्री में मीट के जो पैकेट बरामद हुए, उनमें कुछ पर मैन्युफैक्चरिंग डेट काफी पुरानी मिली है. फोरेंसिक रिपोर्ट को जांच का आधार बनाते हुए जांच की जा रही है. SP देहात केशव कुमार ने कहा कि अवैध रूप से पैकेजिंग और प्रोसेसिंग के खुलासे के बाद हाजी याकूब, उनकी पत्नी और उनके दो बेटे इमरान और फिरोज सहित 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. अब तक फैक्ट्री में काम करने वाले 10 लोग गिरफ्तार हुए हैं. याकूब, उनकी पत्नी और बेटे समेत चार लोगों का एनबीडब्ल्यू जारी किया जा चुका है.
याकूब कुरैशी और उनकी पत्नी और दो बेटे फरार हैं, जिन के खिलाफ अब गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. बताया जा रहा है कि इन चारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने हाजी याकूब के घर दबिश दी, लेकिन कोई नहीं मिला. अब फरार चल रहे हाजी याकूब, बेटे इमरान व फिरोज और हाजी याकूब की पत्नी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. हाजी याकूब और उनके दोनों बेटों पर अवैध तरीके से मीट प्लांट में मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग करने का आरोप है.
हापुड़ रोड पर स्थित हाजी याकूब के मीट प्लांट पर पुलिस और प्रशासन ने छापा मारकर वहां बड़ी तादाद में अवैध तरीके से बिना लाइसेंस के मीट पैकेजिंग व प्रोसेसिंग को पकड़ा था. उसके बाद मेरठ के थाना खरखौदा में हाजी याकूब और उनके दोनों बेटे व पत्नी सहित 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. फैक्ट्री के 10 कर्मचारियों को मौके से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से हाजी याकूब उनके दोनों बेटे हाजी इमरान और फिरोज व हाजी याकूब की पत्नी संजिदा बेगम फरार हैं. कोर्ट ने याकूब और पत्नी संजिदा बेगम बेटे इमरान और फिरोज के खिलाफ बिना जमानती वारंट (NBW) जारी कर दिया है.
हाजी याकूब द्वारा संचालित मेरठ के हापुड़ रोड पर स्थित मय सिटी हॉस्पिटल को संचालक ताला लगाकर बंद कर दिया गया था. आरोप है कि यह अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चलाया जा रहा था. अस्पताल बंद होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया और उन्होंने बंद अस्पताल को सील कर दिया. अस्पताल के गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल से कई बार जांच सबंधित अभिलेख मांगे गए, लेकिन अभी तक कोई भी अभिलेख नहीं दिए गए हैं, इसलिए अस्पताल सील किया जाता है.
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने कहा कि कई बार अस्पताल को नोटिस दिया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया है. जांच टीम गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन न होने और बिना रजिस्ट्रेशन के हॉस्पिटल कैसे चल रहा था. सीएमओ ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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