विदेश सचिव श्रृंगला दो दिवसीय ब्रिटेन यात्रा पर, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों को लेकर करेंगे चर्चा
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की दो दिवसीय ब्रिटेन यात्रा शुक्रवार से शुरू होगी. इस दौरान वो ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मई में जारी 10 साल के रोपडमैप के क्रियान्वयन समेत द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला की दो दिवसीय ब्रिटेन यात्रा शुक्रवार से शुरू होगी. इस दौरान वो ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मई में जारी 10 साल के रोपडमैप के क्रियान्वयन समेत द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि श्रृंगला ब्रिटेन के अपने समकक्ष के साथ पारस्परिक हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के बीच एक डिजिटल शिखर सम्मेलन में 'रोडमैप 2030' स्वीकार किया गया था, जो द्विपक्षीय संबंधों को एक समग्र रणनीतिक भागीदारी तक ले जाने पर केंद्रित है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यात्रा के दौरान, विदेश सचिव अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे और रोडमैप 2030 के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे.
अफगानिस्तान में तेजी से बदल रही स्थिति पर भी श्रृंगला करेंगे बात
साथ ही कहा कहा कि वो पारस्परिक हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. ऐसा माना जाता है कि अफगानिस्तान में तेजी से बदल रही स्थिति पर भी श्रृंगला लंदन में बात करेंगे. उधर गुरुवार को ब्रिटेन की सरकार ने कहा कि विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के नेतृत्व में ब्रिटेन का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप (सीएसजी), 2021 तीन दिनों के अभ्यास के लिए बंगाल की खाड़ी में भारतीय नौसेना के साथ मिल गया है.
भारतीय नौसेना और रॉयल नेवी के बीच इस समुद्री साझेदारी अभ्यास में दोनों नौसेनाएं पोत, वायु, समुद्र और उप-सतही समुद्री संरचनाओं का अभ्यास करेंगी. ब्रिटेन की सरकार ने कहा कि इस अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं को शरद ऋतु में अगले अभ्यास से पहले अपनी अंतःक्रियाशीलता और सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा जब सीएसजी हिंद महासागर में वापस लौटेगा. इस संयुक्त युद्धाभ्यास में 10 जहाज, दो पनडुब्बी, लगभग 20 विमान और करीब 4,000 नौसैनिक हिस्सा ले रहे हैं.