उत्तराखंड में पहली बार एक दिन मे रिकॉर्ड 4807 संक्रमित मरीज, 34 की मौत 24 हजार पार एक्टिव केस
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। प्रदेश में पहली बार 24 घंटे के अंदर 4807 नए संक्रमित मरीज आए हैं। वहीं, 34 मरीजों की मौत हुई। साथ ही एक्टिव केस की संख्या भी 24 हजार पार हो गई है। आज 894 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब तक 1 लाख 34 हजार 12 संक्रमित मरीज आ चुके हैं, जिसमें से 1 लाख 4 हजार 527 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, देहरादून जिले में अब तक के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को 31850 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि देहरादून जिले में सबसे अधिक 1876 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं, हरिद्वार जिले में 786, नैनीताल में 818, ऊधमसिंह नगर में 602, पौड़ी में 217, टिहरी में 185, रुद्रप्रयाग में 52, पिथौरागढ़ में 18, उत्तरकाशी में 75, अल्मोड़ा में 99, चमोली में 61, बागेश्वर में 8 और चंपावत में 10 संक्रमित मिले। वहीं, प्रदेश में अब कंटेनमेंट जोन की संख्या 106 पहुंच गई है। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 24893 पहुंच गई है। वहीं, अब तक 1953 मरीजों की मौत हो चुकी है।लगातार घट रही रिकवरी दर
प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के कारण रिकवरी दर लगातार घट रही है। एक माह पहले जहां रिकवरी दर 95 प्रतिशत से अधिक थी। वहीं, अब गिर कर 78 प्रतिशत पहुंच गई है। सक्रिय मामले बढ़ने से अस्पतालों पर इलाज का दबाव भी बढ़ गया है।
27 ग्रामीण पॉजिटिव मिलने पर कुशरानी बिचली गांव सील
गैरसैंण में कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से चमोली जिले की सीमा पांडुवाखाल और लामबगड़ में बैरियर लगाकर बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, खनसर घाटी के कुशरानी बिचली गांव में 27 ग्रामीणों के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर गांव को सील कर दिया गया है। सभी ग्रामीणों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
कोविड इंचार्ज डा. उमा रावत ने क्षेत्र के संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को लगातार ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कुशरानी बिचली गांव के सीमा क्षेत्र में तीन सस्ता गल्ला और फल-सब्जी की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया है।
दुकानों पर राशन लेने के लिए भी कुछ ही लोगों को भेजा जा रहा है। राशन आवंटन का जिम्मा खाद्य निरीक्षक एस तिवारी को दिया गया है। नायब तहसीलदार राकेश पल्लव ने बताया कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है।