उड़ता पंजाब बनता जा रहा शांत हिमाचल प्रदेश

Update: 2024-09-30 11:09 GMT
Ghumarwin. घुमारवीं। संस्कार सोसाईटी घुमारवीं चिट्टे को खत्म करने का प्रदेश का बड़ा काम कर रही है। यह बात मुख्य वक्ता ओम प्रकाश शर्मा पूर्व नारकोटिक अधिकारी एवं पूर्व संयोजक नशा निवारण कमेटी ने रविवार को घुमारवीं में आयोजित कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि हमारा भारत देश दो बड़े ड्रग देशों के बीच है जो देश ड्रग पैदा करते है जो कि हमारी युवा पीढ़ी के खराब संदेश है। भारत एक युवा देश है पड़ोसी देश यह पचा नहीं पा रहे हैं कि भारत एक युवा शक्तिशाली देश है। पाकिस्तान आईएसआई कि मदद से ड्रग की बहुत बड़ी खेती कर रहा है। उन्होंने कहा कि नशे की उपलब्धता ही युवा को
खराब कर रहे हैं।


सरकार को इसपर कठोर से कठोर निर्णय लेने होंगे। उन्होंने कहा कि 1985 एक्ट के तहत प्रदेश में चार एजेंसी या विभाग हैं जिनका काम एंटी ड्रग के लिये काम करना है लेकिन केवल एक ही विभाग पुलिस विभाग ही काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि संस्कार सोसाइटी घुमारवीं अगेंस्ट चिट्टा अभियान में नेशनल लेवल की तरह साइंटिफिक लेबल से काम कर रही है। उन्होंने कहा अगर तीन वर्षों में प्रदेश को इस चिट्टे से बचाया नहीं गया तो हिमाचल प्रदेश का भी पंजाब की तरह हालात हो जाएगी।कार्यशाला में संस्कार सोसाईटी के संस्थापक महेंद्र धर्माणी ने कहा कि संस्था ने सर्वेक्षण में पाया गया है कि 45.32 प्रतिशत लोग पैसे के लालच में चिट्टा बेचने वालों को जिम्मेदार मानते हैं। पुलिस और नेताओं को बोलने से कुछ नहीं होगा इस चिट्टा ड्रग से हम सबको मिलकर निपटना होगा। संस्था पंचायत और गांव स्तर भी कमेटियां बनाएगी और इस अभियान को आगे बढ़ाएगी।
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