New Delhi. नई दिल्ली। यूजीसी नेट UGC-NET परीक्षा में गड़बड़ी मिलने के बाद एनटीए ने एग्जाम रद्द कर दिया है। मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। सीबीआई ने मामलें में FIR दर्ज कर लिया है। जल्द ही मामलें में कई बड़े खुलासे हो सकते है।
शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को ऐलान किया कि यूजीसी नेट का नए सिरे से आयोजन किया जाएगा। से समझौता होने का मामला सीबीआई को सौंपा जाएगा। शुरुआती जांच में पता चला है कि परीक्षा की पारदर्शिता के साथ समझौता किया गया है इसलिए एनटीए ने परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। परीक्षा का आयोजन 18 जून 2024 को किया गया था। देशभर के 317 शहरों के 1205 केंद्रों में मंगलवार को आयोजित हुई यूजीसी-नेट परीक्षा के लिए 11.21 लाख से अधिक पंजीकृत उम्मीदवारों में से लगभग 81 प्रतिशत उपस्थित हुए थे। एनटीए ने 83 विषयों में यूजीसी नेट का आयोजन किया था। परीक्षा की शुचिता
शिक्षा मंत्रालय का यह फैसला मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं को लेकर उपजे विवाद के बीच आया है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, '19 जून, 2024 को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को परीक्षा को लेकर नेशनल सायबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट की ओर से कुछ अहम जानकारी मिली थी। यह यूनिट इंडियन सायबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) की है जो कि गृह मंत्रालय के तहत आता है। मिली जानकारी और मामले की शुरुआती जांच से परीक्षा की शुचिता के साथ समझौता होने के संकेत मिलते हैं।' मंत्रालय ने आगे कहा, 'परीक्षा प्रक्रिया की उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि यूजीसी नेट जून 2024 परीक्षा रद्द की जाए। परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी जिसकी जानकारी अलग से साझा की जाएगी। इसके साथ ही गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच के लिए मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जा रहा है।'