Jodhpur. जोधपुर। जोधपुर नगर निगम में चल रहे फर्जी पट्टों के खेल को उजागर करने के बाद अब नगर निगम उत्तर प्रशासन हरकत में आया है। मुख्यालय उपायुक्त नूर मोहम्मद ने इस संबंध में पट्टा धारक एवं अन्य के विरुद्ध शास्त्री नगर में नामजद एफआईआर दर्ज करवाई है। निगम ने पट्टे जारी करने से जुड़े कर्मचारी-अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। साथ ही तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित की है। कमेटी एक सप्ताह में इस प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश को सौंपेगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम उत्तर ने पट्टे के संबंध में पूर्व में 9 जनवरी व 2 फरवरी को नोटिस देकर पट्टाधारक को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बुलाया, लेकिन पट्टा धारक ने कोई संतोषजनक जवाब प्रस्तुत नहीं किया।
पट्टे के संबंध में कोई चलित विधिक प्रक्रिया का निर्वहन नहीं किया गया। पट्टाधारक ने पट्टे के लिए कोई आवेदन नहीं किया। पट्टा शाखा में किसी भी उजर प्रकाशन सूची में कोई विवरण नहीं था। एम्पावर्ड समिति की ओर से पट्टे जारी किए वाले मिनट्स में पत्रावली का कोई रिकॉर्ड नहीं था। इन तथ्यों के आधार पर प्राथमिकी परीक्षण में पट्टा जाली पाया गया 7 पट्टे पर दर्ज तत्कालीन उपायुक्त एवं महापौर के हस्ताक्षर भी फर्जी मिले। कमेटी के तीन लोग उपायुक्त नूर मोहम्मद, अधीक्षण अभियंता भरत टेपण व एएओ रमेश सुथार जांच करेंगे। इधर, इस मामले को लेकर शहर विधायक अतुल भंसाली ने कलक्टर गौरव अग्रवाल, निगम के दोनों आयुक्त और जेडीसी के साथ बैठक कर मामले की गंभीरता को बताया। उसके बाद कलक्टर ने इस मामले के निस्तारण के लिए निगम उत्तर के आयुक्त को निर्देश दिए।