जज को अस्पताल में इलाज न मिलने पर मालिक पर FIR, सीएमओ ने दर्ज कराया मुकदमा, जानिए क्या है पूरा मामला

अव्यवस्थाओं का शिकार हुए जिला जज

Update: 2021-04-22 02:42 GMT

कानपुर:- उत्तर प्रदेश के कानपुर में जिला प्रशासन की तरफ से बनाए गए कोविड प्राइवेट हॉस्पिटल के क्या हाल हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की जब जिला जज ही प्राइवेट अस्पताल की अव्यवस्थाओं के शिकार हो गए। अस्पताल में भर्ती होने के लिए उन्हें दिक्कत का सामना उठाना पड़ा,वह भी उस वक्त जब उन्हें भर्ती कराने के लिए खुद उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी पहुंचे थे।

दरअसल जब अस्पताल में हो रही समस्याओं को लेकर प्राइवेट अस्पताल के प्रबंधक को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फोन किया तो प्रबंधक का पारा इतना चढ़ गया कि उसने यहां तक कह डाला जो करना है वह करो जाओ मेरा अस्पताल सीज करा दो, मुझे जेल भेज दो। जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
अव्यवस्थाओं का शिकार हुए जिला जज
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को कानपुर के जिला जज आर.पी सिंह कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद जिला जज के स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें पनकी स्थित कोविड प्राइवेट हॉस्पिटल नारायणा में भर्ती कराने के लिए सीएमओ डॉ अनिल कुमार मिश्र नारायणा हॉस्पिटल पहुंचे थे। इसी दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला जज दोनों ही अस्पताल की लिफ्ट में फंस गए। लगभग 15 से 20 मिनट फंसे रहने के बाद किसी तरह लिफ्ट से बाहर निकले। लेकिन इस दौरान जहां पर जिला जज को भर्ती होना था वहां न तो कोई डॉक्टर था और न ही जिला जज को अटेंड करने के लिए कोई कर्मचारी था। यह देख मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन से संपर्क किया लेकिन इस दौरान वहां पर पहले से मौजूद मरीजों ने अस्पताल के अंदर फैली हुई अव्यवस्थाओं के बारे में बताया।
'मेरा अस्पताल सीज करा दो और मुझे जेल भेज दो'
मरीजों की समस्या सुनने के बाद जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जब अस्पताल प्रबंधन से कहा तो उन्हें कोई सीधा जवाब नहीं मिला। जिस पर उन्होंने अस्पताल के मालिक अमित नारायण से फोन पर संपर्क किया और अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं के बारे में बताया तो अमित नारायण ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर ही नाराज होने लगे और कहने लगे मेरा अस्पताल सीज करा दो और मुझे जेल भेज दो।
सीएमओ ने दर्ज कराया मुकदमा
नारायणा के मालिक की ये शब्द सुनने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी बेहद नाराज हुए और वह सीधे पनकी थाने पहुंचे जहां पर उन्होंने लिखित रूप से नारायणा अस्पताल के प्रबंधक और अस्पताल में तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी। पूरे मामले को लेकर डीसीपी वेस्ट संजीव त्यागी ने बताया कि पनकी थाने में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर की तरफ से एक लिखित तहरीर प्राप्त हुई है जिस तहरीर के आधार पर नारायण अस्पताल के प्रबंधक अमित नारायण और अस्पताल के डॉक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ धारा-166 बी, 269, 270, 188, 506 और महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।

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