नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर 50 फीसदी कमीशन का आरोप को लगाने पर प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इंदौर के संयोगितागंज थाने में प्रियंका गांधी, कमलनाथ और अरुण यादव के खिलाफ IPC की धारा 420, 469 के तहत केस दर्ज किया गया है. दरअसल, प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राज्य सरकार पर 50 फीसदी कमीशन लेने का आरोप लगाया था. इसमें एक पत्र का हवाला दिया गया था.
मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी. उनके आरोप को झूठा बताते हुए एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता से उनके आरोप का समर्थन करने के लिए सबूत मांगा और चेतावनी दी थी कि राज्य सरकार और भाजपा के सामने कार्रवाई के विकल्प खुले हैं. वहीं राज्य भाजपा प्रमुख वी डी शर्मा ने आरोप लगाने के लिए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में एक फर्जी पत्र का हवाला देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी.
बता दें कि शुक्रवार को प्रियंका गांधी ने एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर दावा किया था कि मध्य प्रदेश के ठेकेदारों के एक संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि उन्हें 50 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही पेमेंट होती है. प्रियंका ने अपनी पोस्ट में लिखा, "कर्नाटक की भ्रष्ट बीजेपी सरकार 40% कमीशन वसूलती थी. मध्य प्रदेश में बीजेपी अपने ही भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40% कमीशन वाली सरकार को हटा दिया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50% कमीशन वाली सरकार को हटाएगी."
गृह मंत्री नरोत्तम ने चेतावनी दी थी कि कांग्रेस के नेताओं ने पहले राहुल गांधी से झूठ बुलवाया और अब प्रियंका गांधी से झूठा ट्वीट करवाया. प्रियंका जी, अपने ट्वीट का सबूत दें, अन्यथा हमारे पास कार्रवाई के लिए सभी विकल्प खुले हैं. प्रियंका गांधी को हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखने वाले उस व्यक्ति या ठेकेदार का नाम बताना चाहिए जिसका जिक्र उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में किया है. वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी यह साबित कर देगी कि भाजपा सरकार भ्रष्ट है. उन्होंने कहा, "भाजपा को वास्तविकता स्वीकार करनी चाहिए, लेकिन सत्तारूढ़ दल राजनीतिक आतंक पैदा कर रहा है. यह असंवैधानिक तरीके अपना रहा है. हम साबित कर देंगे कि सरकार भ्रष्ट है."