सांप के डसने से हुई पिता की मौत...जिंदा करने लड़की ने किया चौंकाने वाला काम

पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

Update: 2024-05-22 06:15 GMT
 सांकेतिक तस्वीर
गढ़वा: झारखंड में एक शख्स को सांप ने काट लिया। आनन-फानन में घरवाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। हालत गंभीर होने पर उसे एक दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। लेकिन बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शख्स की लाश लेकर कई अस्पताल में गए, लेकिन सभी जगह यही बताया गया कि उसकी मौत हो चुकी है। इसी दौरान मृतक की बेटी अपने पिता को जिंदा करने के लिए अस्पताल में मंत्र का जाप करने लगी। उसे मंत्र पढ़ता देख अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वह पोस्टमार्टम के लिए भी मना करने लगी, उसने कहा कि वह अगर अपने पिता को घर ले जाकर हनुमान जी के धाम पर रखेगी तब वह जिंदा हो जाएंगे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यह गढ़वा जिले की घटना है।
जानकारी के मुताबिक, चिनिया थानांतर्गत गुरु सिंधु चौक निवासी शिवनाथ साव का पुत्र अनिरुद्ध प्रसाद साव की मौत मंगलवार को सांप काटने से हो गयी। घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि अनिरुद्ध सोमवार की रात बाहर शौच करने के लिए घर से निकला हुआ था। उसी दौरान सांप ने उसके पैर में काट लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती किया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। उसे रिम्स ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों उसे मेदिनीनगर अस्पताल ले गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
उसके बाद भी परिजनों को संतुष्टि नहीं मिलने के बाद उसे तुम्बागड़ा अस्पताल ले जाया गया। वहां भी चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके बाद भी परिजनों ने अंधविश्वास के चक्कर में उसे झाड़ फूंक करने के लिए ले गये। वहां भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं होने पर उसे पुन: सदर अस्पताल लाया। जहां उसे फिर से चिकित्सकों द्वारा जांच किया गया। उस दौरान मृतक की पुत्री सदर अस्पताल पहुंचकर घंटों तक अपने पिता को अंधविश्वास के चक्कर में जीवित करने के लिए मंत्र जाप करती रही। उसे विश्वास था कि वह अपने पिता को मंत्र से जीवित कर लेगी। यह देखने के लिए सदर अस्पताल में काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गयी। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
पुलिस ने सदर अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का प्रयास किया तो उसकी पुत्री आरती देवी पोस्टमार्टम के लिए मना करने लगी। उसका कहना था कि वह अपने घर ले जाकर हनुमान जी के धाम पर रखेगी तो उसके पिता जीवित हो जाएंगे। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने सदर अस्पताल से शव को लेकर पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।
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