यूरिया के लिए किसानों का हंगामा, पुलिस की निगरानी में हुआ वितरण

Update: 2023-09-04 11:49 GMT
बूंदी। बूंदी कट्टे आए 778 और किसान पहुंच गए एक हजार। किसानों द्वारा कतारों में लगने के लिए हंगामे करने के बाद पुलिस ने दुकान पर पहुंच स्थिति संभाली। हालात बिगड़ते देखकर कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को बुलाकर पुलिस की निगरानी में खाद का वितरण कराया। कट्टे कम आने और किसानों की संख्या अधिक होने से पुलिस ने महिला व पृरुषों को अलग-अलग कतारों में खड़ा कराया। राशन कार्ड व आधार कार्ड से प्रति किसान दो कट्टे वितरित कराए। रात को एक दुकान पर यूरिया का ट्रक आने की सूचना पर शुक्रवार सुबह 6 बजे ही एक हजार से अधिक किसान उमड़ पड़े। दुकानदार ने कट्टे वितरित करते ही कतारों में लगने की होड़ में हंगामा करने लगे। किसानों का हंगामा देखकर दुकानदार ने वितरण रोककर पुलिस व कृषि विभाग को सूचना।
थाने से पुलिस कर्मी हेड कांस्टेबल हेमराज, राजेन्द्र यादव, शिवराम व कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी नरेंद्र जैन व कृषि पर्यवेक्षक रिंकू कुमारी, दिनेश शर्मा, राजाराम व हरिराम पहुंचे और किसानों को कतारों में खड़ा करवाया। उसके बाद वितरण शुरू कराया। सुबह दस बजे ही पूरे कट्टे वितरित हो गए। दोपहर को एक दुकान पर 868 व दूसरी दुकान पर 756 कट्टे यूरिया पहुंचा तो दोनों ही दुकानों पर किसान उमड़ पड़े। दोनों ही दुकानों पर भी पुलिस पहुंची और किसानों को कतारों में लगाकर आधार व राशन कार्ड पर प्रति किसान दो-दो कट्टो का वितरण कराया। किसानों के उमड़ने से दोनों दुकानों पर भी दो घण्टे में ही पूरे कट्टे वितरित हो गए। यूरिया में लिए कतारों में खड़े किसानों ने बताया कि मक्का, बाजरा व ज्वार की फसलों के लिए यूरिया की आवश्यकता है। बिजलबा, सुवानिया, पांडुला, चेनपुरिया, खोलङा, भावपुरा, सुन्थली, धीरपुर, धानुगांव, खानपुरा, मानपुरा, दियाली, टोपा, कोरमा, फूलेता, खेरुणा, दलेलपुरा, नाथड़ी, नाथड़ा बागेडा, बड़ीपडाप, छोटीपडाप, बम्बूली, भोमपुरा, लालगंज सहित अन्य गांव के किसानों ने बताया कि एक पखवाड़े से यूरिया नहीं मिल पा रहा।
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