Mazara Village के किसान की 32 कनाल जमीन में फसलों को हुआ भारी नुकसान

Update: 2024-09-07 11:28 GMT
Una. ऊना। इस बार बरसात के मौसम में दो-तीन बारिशों को छोडक़र बादलों से हल्की बूंदाबंदी ही देखी गई। परंतु इन दिनों कुछ-कुछ स्थानों पर हो रही बारिश किसानों पर बुरी तरह पड़ रही है। पहले बारिश न होने से मक्की व सब्जियों की फसल सूखे की भेंट चढ़ गई तो अब मूली, शलजम व तोरिया(सरसों) जैसी फसलों पर बारिश की मार पड़ रही है। इसके साथ आलू की फसल के लिए भी बारिश का मौसम खतरा बना हुआ है। शुक्रवार की सुबह हुई बारिश से सदर ऊना के 5 गांव(सनोली, मजारा, मलूकपुर, बीनेबाल, पूना)में पानी की निकासी न होने के कारण खेतों में पानी खड़ा हो गया। जिससे किसानों की मूली, शलजम व तोरियां की फसल तबाह हो गई और किसानों को लाखों रुपयों का नुकसान झेलना पड़ा है। क्षेत्र के किसान नरिंद्र सिंह मजारा ने बताया कि उन्होंने अपने 4 किले जमीन(32कनाल) में मूली, शलजम व तोरियां की फसल की बुआई की थी, लेकिन शुक्रवार सुबह को क्षेत्र में हुई बारिश के कारण वो सारी तबाह हो गई। सुरेश कुमार बाथू, राजिंद्र कुमार बाथू, नरिंद्र सिंह टाहलीवाल, केके राणा बाथू, राकेश सिंह बाथू व जाप सिंह हरोली ने बताया कि मौसम की मार होने से किसानों की
फसलों को भी नुकसान हुआ है।


उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने खेतों में आलू की फसल की बिजाई की है, लेकिन तेज गर्मी व एकाएक बारिश होने से उनके खेतों में आलू की फसल प्रभावित हुई है। हिमाचल किसान सभा जिला ऊना के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि बारिश के कारण जिला के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बारिश होने से जहां मूली, शलजम व तोरियां की फसलें प्रभावित हुई हैं तो आलू की फसल को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने मांग की है कि मौसम की मार से जिन-जिन किसानों को नुकसान हुआ है। उन्हें सरकार फौरी राहत दे। मौसम विशेषज्ञ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में आगामी दिनों में भी हल्की बारिश होने के आसार हैं, लेकिन भारी बारिश होने के कोई भी आसार नहीं बन रहे हैं। इसलिए कृषि कारोबारियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, वे अपने कार्यों को अंतिम रूप दे सकते हैं। इसलिए ऊना में आगामी दिनों में भी हल्की बारिश होने के आसार हैं, लेकिन भारी बारिश होने के आसार नहीं बन रहे हैं। कृषि उपनिदेशक डॉ. कुलभूषण धीमान ने कहा कि जिला ऊना में आलू की फसल की बिजाई का बिल्कुल सही समय है। कृषि कारोबारियों ने जिला में आलू की फसल की बिजाई शुरू कर दी है। अन्य किसान भी मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आलू की बिजाई कर दें। यदि खेतों की मिट्टी मोटी व चिकनी है वोसाफ मौसम में ही की बिजाई करें।
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