शानदार: जेल में कैदी बना रहे हैं एलईडी बल्ब, यहां हो रहा है कैदियों को मुख्य धारा में लाने का प्रयास
रामपुर की जिला जेल में कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत दो दर्जन से अधिक बंदियों व कैदियों को इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने और उन्हें ठीक करने की ट्रेनिंग दी गई थी. अब इस कार्यक्रम की सबसे अच्छी बात यह सामने आई है कि जेल प्रशासन के सराहनीय प्रयासों के चलते दर्जनभर बंदी पूरी मेहनत और लगन के साथ एलईडी बल्ब बना रहे हैं.
जेल में कैदी बना रहे हैं एलईडी बल्ब
ये कैदी छोटे या किसी बड़े अपराध की वजह से जेल में बंद है, लेकिन अपने हुनर और मेहनत के बूत खुद को समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास कर रहे हैं. जेल से निकलने के बाद बंदियों को रोजी रोटी के लिए किसी तरह की को दिक्कत न हों इसलिए जेल में कौशल विकास कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्या के मुताबिक कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कारागार रामपुर में विगत माह में करीब 30 बंदियों को इलेक्ट्रिशियन बनने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. जो बंदी अच्छा काम कर रहे थे उन्हें एलईडी बल्ब बनाने का काम दिया गया है.
30 कैदियों को लेक्ट्रिशियन बनने की ट्रेनिंग दी गई
विगत माह में करीब 30 बंदियों को इलेक्ट्रिशियन प्रशिक्षण दिया जा चुका है. इनमें कई कैदियों ने विभिन्न तरीके के बिजली के उपकरणों को ठीक करने का काम भी सिखाया गया. उसी अनुक्रम में उन्हें एलईडी बल्ब भी बनाने का कार्य सिखाया गया था. अब प्रशिक्षण पाकर बंदी लगभग स्किल्ड हो गए हैं और अच्छी गुणवत्ता के बल्ब का निर्माण करने लगे हैं.
10 कैदी बना रहे हैं एलईडी बल्ब
वर्तमान में 30 बंदियों को इलेक्ट्रिशियन का प्रशिक्षण दिया गया था. जिसमें से 10 बंदी विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य कर रहे थे तो उन 10 बंदियों को अलग करके उन्हें बल्ब बनाने का कार्य दिया गया है और इसी के तहत वह 10 बंदी एलईडी बल्ब बनाने का कार्य कर रहे हैं.