मशहूर पॉर्न वेबसाइट पॉर्नहब ने अपनी साइट से लाखों वीडियो हटा लिए हैं. ऐसे यूजर्स के वीडियो हटाए गए हैं जो साइट पर वेरिफाइड नहीं थे. theguardian.com की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को कनाडा के इस एडल्ट साइट पर वीडियो की संख्या 130 लाख से घटकर 40 लाख हो गई. पॉर्नहब पर ये आरोप लगते रहे हैं कि वह नाबालिग और सेक्स ट्रैफिकिंग की शिकार हुईं लड़कियों के वीडियो साइट से हटाने में असफल रही है. इससे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि साइट पर बड़ी संख्या में आपत्तिजनक, गैरकानूनी वीडियो मौजूद हैं. इसके बाद दो प्रमुख क्रेडिट कार्ड कंपनी, वीजा और मास्टरकार्ड ने ऐलान किया था वे पॉर्नहब के पेमेंट को प्रोसेस नहीं करेंगे.
पॉर्नहब पर अब बिना वेरिफिकेशन के यूजर्स कंटेंट अपलोड नहीं कर सकेंगे. कंपनी ने एक बयान में कहा है कि साइट के सभी कंटेंट के लिए वेरिफिकेशन की शर्त लागू हो गई है, लेकिन अन्य प्लेटफॉर्म जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक, यूट्यूब ने अब तक ऐसी नीति लागू नहीं की है.
theguardian.com की रिपोर्ट के मुताबिक, पॉर्नहब के फैसले से लाखों सेक्स वर्कर्स और मॉडल्स की रोजी-रोटी पर खतरा पैदा हो सकता है जो पहले से महामारी की वजह से कठिन स्थिति में हैं. अब तक इस वेबसाइट पर कोई भी यूजर कंटेंट अपलोड कर सकता था.
पॉर्नहब ने यह भी कहा है कि उन्हें वेबसाइट की नीतियों की वजह से निशाना नहीं बनाया जा रहा है, बल्कि इसलिए कि यह एक एडल्ट कंटेंट प्लेटफॉर्म है. रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने खुद बताया था कि पिछले तीन साल के दौरान उसके प्लेटफॉर्म पर बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी 8 करोड़ 40 लाख सामग्रियां मिलीं, वहीं, इंटरनेट वाच फाउंडेशन ने कहा था कि इसी दौरान पॉर्नहब पर सिर्फ 118 ऐसे कंटेंट पाए गए.