क्यूआर कोड बदलकर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम पर बनाई फर्जी वेबसाइट, किया खाता लिंक

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाने और क्यूआर कोड बदलकर खाता लिंक करने के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है

Update: 2021-02-18 17:44 GMT

जनता से रुष्ट वेबडेस्क | रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाने और क्यूआर कोड बदलकर खाता लिंक करने के मामले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खास बात यह है कि इस मामले में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दो युवकों के विरुद्घ धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में 31 जनवरी को ही मुकदमा पंजीकृत करा दिया था, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई। रामजन्मभूमि थाना पुलिस अभी तक आरोपियों पता लगा नहीं पाई है।

राममंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट द्वारा 15 जनवरी से ही पूरे देश में निधि समर्पण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें कूपन के माध्यम से घर-घर जाकर राममंदिर निर्माण के लिए धन एकत्रित किया जा रहा है। इसी बीच ट्रस्ट को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर धनसंग्रह करने की जानकारी मिली। ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र के अनुसार श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अधिकृत वेबसाइट https://srjbtkshetra.org को ट्रस्ट की जरूरी जानकारी के लिए बनाया गया है।
जिसमें ट्रस्ट के सभी बैंक खातों की जानकारियां दानकर्ता के लिए दिया गया है। ट्रस्ट के मूल वेबसाइट से मिलता हुई एक वेबसाइट https:srjbkshetra.org बनाकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। यही नहीं ट्रस्ट के मूल कंटेंट व क्यूआर कोड को बदलकर अपना क्यूआरकोड व कंटेट अपलोड किया गया था। इस नकली वेबसाइट के क्यूआरकोड को जब स्कैन किया गया तो उस खाताधारक का नाम तेजवीर सिंह दिखा। जबकि वास्तव में यह खाता गौरव कुमार के नाम से रजिस्टर्ड है।
इसके बाद रामजन्मभूमि थाने में विगत 31 जनवरी को खाताधारक व धोखाधड़ी करने वाले युवकों के विरुद्घ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में थाना रामजन्मभूमि प्रभारी राहुल कुमार का कहना है कि गौरव कुमार व तेजवीर के विरुद्घ धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए टीम गठित कर जांच की जा रही है। आईटी सेल से भी मदद ली गई है अभी तक कोई ठोस पता नहीं लगा है।
ट्रस्ट के अकाउंट से पहले भी हो चुकी है धोखाधड़ी
राममंदिर ट्रस्ट के बैंक खाते से इससे पहले भी धोखाधड़ी का मामला सामने आ चुका है। पिछले वर्ष सितंबर माह में ट्रस्ट के ट्रस्टियों के जाली दस्तखत कर ढाई लाख और साढ़े तीन लाख रुपये के दो जाली चेकों के जरिए अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा से महाराष्ट्र में पंजाब नेशनल बैंक की एक शाखा में रकम भेजी गई थी। कुल छह लाख रुपये के धोखाधड़ी का मामला सामने आया था।
इस मामले में ट्रस्ट द्वारा 10 सितंबर को अयोध्या कोतवाली में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि कुछ दिन बाद धोखाधड़ी से निकाली गई रकम की रिकवरी हो गई थी। इसी तरह फर्जी कूपन के जरिए भी राममंदिर के नाम पर अवैध वसूली के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं।


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