नकली पुलिसवालों की आई शामत, असली को बनाया निशाना
पकड़े गए बदमाशों में दो हिस्ट्रीशीटर हैं।
गोरखपुर: गोरखपुर के कुसम्ही जंगल स्थित विनोद वन घूमने आए कुशीनगर के युवक-युवती को ब्लैकमेल कर लूटपाट करने वालों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर आरोपियों ने हमला बोल दिया। पुलिस ने साहस दिखाते हुए दो अन्य आरोपियों समेत चार बदमाशों को दबोच लिया है। पकड़े गए बदमाशों में दो हिस्ट्रीशीटर हैं।
शुक्रवार को एम्स पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि युवक-युवती से लूटपाट करने वाले नकली पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने गुरुवार की देर रात एम्स क्षेत्र के रामगढ़ उर्फ रजही टोला रमसरिया पहुंची पुलिस टीम को बदमाशों व उनके परिवारों वालों से मोर्चा लेना पड़ा। आरोपियों के घर महिलाएं और लड़के बैट, डंडा लेकर पुलिस पर हमला बोल दिए थे। पुलिस ने लूटपाट करने वाले आरोपी डायना उर्फ दयाशंकर उर्फ देवेंद्र निषाद और अभिषेक राजभर को गिरफ्तार किया।
वहीं पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने हत्या का प्रयास का केस दर्ज कर रजही टोला निवासी राजवीर निषाद और सक्षम उर्फ साहिल को गिरफ्तार किया है। जबकि 16 नामजद और 20-25 अज्ञात पर केस दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। उधर पुलिस ने पकड़े गए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस मामले में देवरिया कोतवाली इलाके के वार्ड नंबर 19 निवासी एक आरोपी हिस्ट्रीशीटर रजनीश तिवारी को पुलिस ने गुरुवार को ही गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया था।
कुशीनगर के युगल के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले रजनीश तिवारी, डायना उर्फ दयाशंकर और अभिषेक राजभर शातिर बदमाश हैं। रजनीश तिवारी पर अयोध्या, मऊ, बलिया, देवरिया और गोरखपुर के विभिन्न थानों में लूट, डकैती, रंगदारी समेत अन्य गंभीर धाराओं में 13 केस दर्ज है। इस पर बलिया मऊ जिले में गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई है। इसी तरह खारोबार के दोनों हिस्ट्रीशीटर डायना उर्फ दयाशंकर पर 11 और अभिषेक राजभर पर 9 केस खोराबार और एम्स थाना में दर्ज हैं। यह तीनों अपने पास पुलिस का आईकार्ड रखते थे, जिसके जरिए जंगल में घूमने आने वालों से रंगदारी वसूलते थे।
सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि विनोद वन में युवक-युवती के साथ पुलिसवाले बनकर लूटपाट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर भी हमला करने के आरोप में भी दो आरापियों को गिरफ्तार कर जेल भेजवाया गया है। आरोपियों पर कई केस पहले से दर्ज हैं। आगे और भी कार्रवाई की जाएगी।