केमिकल से छापते थे नकली नोट, पुलिस ने गिरोह का किया पर्दाफाश

मामलें में होगा बड़ा खुलासा

Update: 2023-08-24 13:40 GMT
गोरखपुर। गोरखपुर में नकली नोट छापने वाले गैंग को पकड़ा है। इस अवैध धंधे में पकड़ा गया देवरिया का राहुल सिंह अपने बेटे अवनीश और साथी चांद मोहम्मद के साथ छह साल से नकली नोटों का धंधा चला रहा था। राहुल वाराणसी की पूर्व विधायक धनेश्वरी देवी का पौत्र है। पुलिस ने इस गैंग के सरगना राहुल समेत उसके बेटे अवनीश सिंह उर्फ अवनीश राय और नोट चलाने वाले चांद मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। चांद मोहम्मद बड़हलगंज बड़ी बेदौली का रहने वाला है। अभी दो आरोपी राहुल का दूसरा बेटा विकास और देवरिया का विक्रम जायसवाल फरार हैं। यह गैंग ब्लैकशीट पर केमिकल डालकर नकली नोट बनाता था। साथ ही ब्लैकशीट और केमिकल बेचकर ठगी भी करता है।
पुलिस ने इनके पास से 10 रुपये का 4 नोट, 20 रुपये का 01 नोट, 50 रुपये का 01 नोट, 100 रुपये का 98 नोट व 200 रुपये का 06 नोट (कूटरचित नोट) भी बरामद किया है। यह गैंग 6 साल से नकली नोटों का धंधा कर रहा है। देवरिया के जग्गा के पकड़े जाने के बाद कुछ दिन मामला शांत रहा, मगर फिर सब ठगी का धंधा भी करने लगे। इसी ठगी के धंधे को चमकाने के चक्कर में एक वीडियो बनाया गया, जिसमें एक व्यक्ति केमिकल डालकर नकली नोट बना रहा था।
पुलिस जांच में जुटी तो पता चला कि चांद मोहम्मद के पास यह नोट है। जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी। पुलिस ने नोट दुकान पर चलाने वाले चांद मोहम्मद को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि गिरोह का सरगना बांसगांव के धनोड़ा निवासी राहुल सिंह है। राहुल अपने बेटों अवनीश व विकास के साथ मिलकर नकली नोट बना रहा है और विक्रम आदि के मदद से बाजार में चला रहा है। यही वायरल वीडियो पुलिस के हाथ लगा, जिसके बाद पुलिस नकली नोट छापने वालों तक पहुंची और तीनों को जेल भेजा। SP साउथ ने बताया कि राहुल सिंह 56 साल का है। वह मूल रूप से बनारस के सरौली का रहने वाला है। 20 साल से धनोड़ा गांव में ननिहाल में मकान बनवाकर रहता है और घर मे ही नकली नोट बनाता है। इनके पास एक ब्लैक कागज है। जिसपर यह केमिकल डालकर एक ही सीरीज के 10, 20, 50, 100, 200 और 500 के नोट बनाकर बाजार में चलाते है।
साथ ही लोगो से 5000 या 10 हजार रुपये लेकर 20 हजार ब्लैक पेपर और केमिकल देते है। फिर कहते है कि दुगुना नोट बना लेना। लेकिन वह नोट कुछ दिन में गल जाता है। जिससे लोग ठगे महसूस करते हैं। इस तरह इसने 50 लोगो को ठगा है। किसी से 2 हजार तो किसी से 5 हजार या किसी से 10 हजार असली रुपये लेकर दुगुना ब्लैक पेपर देता है और केमिकल देता है। दरअसल नकली नोट के मामले में पकड़ा गया राहुल सिंह, देवरिया में गिरोह चलाने वाले जग्गा उर्फ जगरनाथ के साथ मिलकर यह अवैध धंधा चलाता था। जग्गा नकली नोट छापने में माहिर था। राहुल ने साथ रहकर पहले नकली नोट छापना सीखा। जब गगहा इलाके में 9 अक्तूबर 2022 को जग्गा नकली नोट बनाने के मामले में पकड़ा गया, तो राहुल स्वतंत्र रुप से यह अवैध धंधा करने लगा।
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे डिमांड के आधार पर नकली नोट छापते थे। पहले से नोट छापकर नहीं रखते थे, क्योंकि इसमें पकड़े जाने का डर था। हालांकि इतनी सजगता के बावजूद पुलिस, आरोपियों तक पहुंच गई। जब ग्राहक नोट लेने को तैयार हो जाता था, तब उतने ही नोट छापते थे और फिर उसे खपा दिया जाता था। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि नोट को आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता था। बैंक के मशीन में भी नोट नहीं पकड़ में आ रहे थे। इस पर चूना लगाने पर भी तत्काल रंग नहीं छोड़ रहा था। थोड़ी देर छोड़ने के बाद ही रंग छोड़ता था। SP साउथ अरुण कुमार सिंह ने बताया, 9 अक्तूबर 2022 को पुलिस ने देवरिया के गौरीबाजार के बर्दगोनिया सुदामा चौक निवासी जग्गा उर्फ जगरनाथ और गोरखपुर के गगहा के गडही निवासी विक्रम जायसवाल को गिरफ्तार किया था। तब भी यह बात सामने आई थी कि कुछ लोग और इस धंधे में जुड़े हैं, पुलिस जांच भी कर रही थी, लेकिन हाथ नहीं लगे थे।
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