रीवा। सोमवार को कमिश्नर कार्यालय के सामने रीवा में चल रहे बिजली आन्दोलन में विचित्र विधुत चोरी प्रकरण के केस उपभोक्ताओं द्वारा फरियाद में लाए गए। एड०विजय मिश्रा ने बताया कि उपभोक्ता को सितंबर 2023 में सूचना मिली कि उसने 2017 में 2018 में विधुत चोरी की थी जिसका प्रकरण न्यायालय में पेश कर दिया गया है । विधुत चोरी की जुर्माना राशि भी कम नहीं किसी का 55 हजार, किसी का 50 हजार। इतना ही नहीं मुलजिम उपभोक्ता सहित उसकी पति/पत्नी व बच्चों को भी बनाया गया है। विजय मिश्रा ने कहा कि इस प्रकार के प्रताड़ितों की संख्या कम नहीं है। अवश्य ही इस लूट का दुष्प्रभाव भाजपा सरकार को झेलना पड़ेगा । विदित हो कि पूरे मध्य प्रदेश में विद्युत विभाग की लूट के विरोध में, दोषी विद्युत अधिकारियों पर एफआईआर की मांग लेकर आप जिला उपाध्यक्ष विजय मिश्रा एडवोकेट का अनशन रीवा में जारी है। इसके पहले भी विजय मिश्रा चर्चित 408 दिन का न्यायालय स्थानांतरण विरोध आन्दोलन, रीवा से मुंबई, रीवा से भोपाल आदि सैकड़ों धरना प्रदर्शन करके सुर्खियों में रह चुके हैं।सोमवार को विजय मिश्रा के समर्थन में समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा,राजेश चतुर्वेदी,सुधाकर गौतम,ब्रज गोपाल मिश्रा,राजकुमार सिंह, त्रिवेणी प्रसाद केवट,ओंकार कुशवाहा, एड.मिथिलेश यादव, एड.कुलदीप सिंह,हरवंश प्रसाद शर्मा,प्रकाश सोंधिया,राजेश द्विवेदी,दुर्गेश तिवारी, एड.अनुराग श्रीवास्तव, प्रथम अमिलीय, मलिक अमिलीय, तवरेज अहमद, प्रकाश श्रीवास्तव, शशि दीप कोल, संजय पांडेय, अखिलेश कुमार द्विवेदी, अमरदीप सोनी, अमित विश्वकर्मा, रामशरण सोनी, तोषण सिंह,आदि लोग धरना स्थल में उपस्थित हुए। यह धरना आम जन की आवाज बन चुका है।