सरकारी नौकरी छोड़कर इंजीनियर ने चुना ये रास्ता, सीधा पहुंचा सलाखों के पीछे
पुलिस ने किया खुलासा
राजधानी दिल्ली की फतेहपुर बेरी थाना पुलिस ने एक ऐसे जालसाज इंजीनियर को गिरफ्तार किया है जो जल्द और ज्यादा रुपये कमाने के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर लोगों से ठगी करने लगा। आरोपी सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलाने के नाम पर अब तक करीब 100 लोगों को ठग चुका है। पुलिस ने आरोपी प्रिंस वर्मा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से शुक्रवार को दबोचा। पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि 24 मार्च को फतेहपुर बेरी थाना पुलिस को केंद्र सरकार के एक संस्थान में तैनात सिक्योरिटी अफसर ने शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार, 24 मार्च को करीब 12 बजे संस्थान में तीन लोग नौकरी ज्वाइन करने के लिए पहुंचे। जांच में तीनों के पास मौजूद एप्वाइंटमेंट लेटर फर्जी पाए गए। पता चला कि तीनों को प्रिंस वर्मा नाम के युवक ने नौकरी दिलाई है और उसने ही एप्वाइंटमेंट लेटर दिए हैं। सिक्योरिटी अफसर की शिकायत पर इंस्पेक्टर कुलदीप, एसआई सत्येंद्र गुलिया, एसआई ऋषिकेश की टीम ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी प्रिंस वर्मा ने तीनों पीड़ितों से 90-90 हजार रुपये लिए थे। इसके एवज में आरोपी ने उन्हें एप्वाइंटमेंट लेटर, ज्वाइनिंग लेटर और गेट पास दिए थे लेकिन जांच में सभी कागजात फर्जी पाए गए। पीड़ितों से जानकारी लेने के बाद पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने के साथ ही नंबर की सीडीआर निकाली। साथ ही पीड़ितों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कुछ सीसीटीवी फुटेज खंगालकर उनकी मदद से आरोपी प्रिंस वर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
इंजीनियरिंग के बाद किया था होटल मैंनेजमेंट का कोर्स
पूछताछ में पता चला कि आरोपी प्रिंस मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। वह इंजीनियरिंग और होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुका है। पूछताछ में प्रिंस ने बताया कि पहले निजी कंपनी में इंजीनियर था और बाद में सरकारी नौकरी ज्वाइन की थी, लेकिन कुछ ही महीनों में उसने इस्तीफा दे दिया और ठगी करने लगा। पुलिस ने प्रिंस के पास से एक मेक बुक आईपैड, सरकारी संस्थान के फर्जी एप्वाइंटमेंट लेटर, आईडी कार्ड और सरकारी संस्थान के स्टैम्प भी बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।