एनकाउंटर स्पेशलिस्ट CRPF कमांडेंट, विदाई के दौरान नम थीं गांव वालों की आँखे

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Update: 2021-10-12 14:07 GMT

गिरिडीह। जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाका भेलवाघाटी में मंगलवार को एक अनोखा दृश्य तब देखने को मिलवा जब 11 एनकाउंटर करने वाले सीआरपीएफ कमांडेंट को ग्रामीणों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई. इस दौरान कई ग्रामीणों की आंखें नम थीं. एक सुरक्षाबल के अधिकारी के लिए इतना सम्मान अक्सर कम ही देखने को मिलता है, लेकिन दृश्य वाकई में लोगों के दिलों को छू लेने वाला था. दरअसल, यहां से सीआरपीएफ कमांडेंट अजय कुमार की विदाई हो रही थी. इस अति नक्सल प्रभावित इलाके में अजय कुमार ने 4 साल सीआरपीएफ कमांडेंट के रूप में सेवा दी. वे यहां के ग्रामीणों के साथ इतने फ्रेंडली थे कि लोगों को उनका जाना खल गया.

बता दें कि सीआरपीएफ कमांडेंट अजय कुमार की नियुक्ति यहां पर 2017 में की गई थी. उस वक्त यहां पर नक्सलियों का बोलबाला था. हर रोज नक्सल गतिविधियां दर्ज की जा रही थीं. ग्रामीणों को नक्सलियों के द्वारा मारा जा रहा था. यहां पर झारखंड के सबसे चर्चित नक्सल घटना भेलवाघाटी में हुई थी जहां पर 17 लोगों को एक साथ नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया था. लेकिन, जब से अजय कुमार ने यहां की कमान संभाली तब से नक्सल गतिविधियों का ग्राफ बहुत गिर गया. इन्होंने अपने साहस का प्रतीक देते हुए 11 से अधिक एनकाउंटर किए जिससे नक्सलियों का मनोबल टूटा और डर से नक्सल गतिविधियां कम होने लगी.

नक्सलियों के लिए खूंखार साबित होने वाले सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट अजय कुमार यहां के ग्रामीणों के लिए रॉबिनहुड थे, जिसने यहां के एक-एक ग्रामीणों का विश्वास जीतकर उनके दिलों पर राज किया. यही वजह रही कि जब मंगलवार को इनकी विदाई हो रही थी तो ग्रामीणों की आंखें नम थीं. ग्रामीणों ने फूल माला पहनाकर इनको विदाई दी. आपको बता दें कि इस पिछड़े इलाके के विकास और बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में भी अपने निजी स्तर से अजय कुमार ने योगदान दिया दिया.

वहीं, मंगलवार का दिन खास इस वजह से भी रहा कि सीआरपीएफ के नए कमांडेंट के पद पर बिहार के बेगूसराय के रहने वाले नीरज कुमार ने प्रभार लिया. नीरज कुमार इससे पहले कश्मीर और पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में अपनी सेवा दे चुके हैं. इनके पास नक्सलियों से लोहा लेने का अनुभव रहा है. नक्सल प्रभावित इलाका मिदनापुर में इन्होंने कई एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाये हैं, जो कामयाब रहे हैं. इन्होंने भेलवाघाटी में नए कमांडेंट के रूप में पदभार ग्रहण कर यहां के जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा यहां के ग्रामीणों के विकास में सहयोग करने का वादा किया है.

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